जयपुर। राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बुधवार को जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में उन्होंने समय की पाबंदी और फाइल प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया। सुधांश पंत का यह दौरा प्रशासनिक अनुशासन और कार्य की कुशलता पर केंद्रित था, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि सरकारी कार्यों में सुधार की दिशा में राज्य सरकार कितनी गंभीर है। निरीक्षण के दौरान उनके साथ JDA की आयुक्त आनंदी भी उपस्थित थीं।
प्रस्तुतियां और प्रोजेक्ट समीक्षा
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने JDA के विभिन्न वर्तमान प्रोजेक्ट्स और नवाचारों की समीक्षा की। उन्होंने उन परियोजनाओं का अवलोकन किया जिनमें सुधार की आवश्यकता थी और अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से काम करने की सलाह दी। उन्होंने लंबित फाइलों और विकास योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली। उनके अनुसार, JDA में फाइलों के निपटान की प्रक्रिया में काफी सुधार हुआ है, और वर्तमान में पेंडेंसी दर 10% तक कम हो गई है, जो एक सकारात्मक बदलाव है। पंत ने आयुक्त आनंदी की इस प्रयास के लिए सराहना की और उम्मीद जताई कि यह सुधार आगे भी जारी रहेगा।
फाइलों और कार्यालय उपस्थिति का निरीक्षण
मुख्य सचिव ने निरीक्षण की शुरुआत ग्राउंड फ्लोर से की, जहां उन्होंने विभिन्न अधिकारियों के कार्यक्षेत्र का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने सेकेंड फ्लोर पर स्थित अधिकारियों के कमरों का निरीक्षण किया। इस दौरान, अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ा संदेश दिया गया कि वे समय पर अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें। पंत ने कहा कि मुख्यमंत्री की गुड गवर्नेंस पहल के तहत यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी अधिकारी समय पर कार्यालय पहुंचे, ताकि जनता के कार्य तेजी से निपट सके।
प्रशासनिक अनुशासन पर जोर
मुख्य सचिव ने प्रशासनिक अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया और कर्मचारियों की लेटलतीफी पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने पिछली बार जनवरी 2024 में हुए निरीक्षण का हवाला देते हुए कहा कि उस समय कई अधिकारी समय पर उपस्थित नहीं थे, जिसके बाद तीन वरिष्ठ अधिकारियों को एपीओ (अग्रिम पदोन्नति आदेश) कर दिया गया था। पंत ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी हालत में जनता के कार्यों में देरी न हो और प्रशासनिक कार्यों में समयबद्धता बनी रहे।
पिछले अनुभव और सुधार के प्रयास
मुख्य सचिव सुधांश पंत का JDA में पहले भी कार्य करने का अनुभव है, और इसलिए उन्हें प्राधिकरण की कार्यशैली का गहरा ज्ञान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान JDA आयुक्त आनंदी ने जनता से जुड़ी हुई समस्याओं को प्रभावी ढंग से निपटाया है, और उनकी कार्यशैली ने सुधार के कई अवसर उत्पन्न किए हैं। पंत ने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी पिछली सेवाओं के दौरान JDA की कार्यप्रणाली को समझा था और यही कारण है कि अब वे प्राधिकरण में सुधार को लेकर और अधिक सक्रिय हैं।