जोधपुर। जोधपुर के बोरानाडा थाना क्षेत्र में एक भयावह घटना सामने आई है। एक 70 वर्षीय बुजुर्ग बिजनेसमैन श्याम सिंह भाटी ने अपने पार्टनर प्रदीप देवासी के दो मासूम बच्चों की हत्या कर दी (Elderly businessman Shyam Singh Bhati murdered two innocent children of his partner Pradeep Dewasi)। दोनों बच्चों के शव किराए के मकान के कमरे में फंदे से लटके मिले। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें आरोपी ने पार्टनरशिप में धोखे का जिक्र करते हुए बच्चों की हत्या की बात कबूल की है।
बच्चे स्कूल से लौटे ही नहीं
शुक्रवार को तमन्ना उर्फ तन्नु (12) और शिवपाल (8) अपने घर से स्कूल गए थे, लेकिन वे घर नहीं लौटे। परिजन ने बच्चों की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार को परिजनों ने बोरानाडा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। रविवार सुबह बच्चों के शव मिलने की खबर ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस और एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किए।
पार्टनरशिप टूटने की रंजिश
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी श्याम सिंह भाटी और प्रदीप देवासी ने 9 महीने पहले चूड़ी बनाने का कारखाना शुरू किया था। कुछ समय बाद प्रदीप ने पार्टनरशिप खत्म कर दी, जिससे श्याम सिंह को आर्थिक नुकसान हुआ। इसी बात से नाराज होकर श्याम सिंह ने बदला लेने के लिए बच्चों की हत्या कर दी।
सुसाइड नोट में लिखा…
आरोपी ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि प्रदीप ने उसे बिजनेस में धोखा दिया, जिसके चलते वह आत्महत्या करने जा रहा है। नोट में यह भी बताया गया कि उसने प्रदीप के बच्चों को जान से मारकर अपने दिल की भड़ास निकाली।
आरोपी ने ऐसे की वारदात
पुलिस जांच में यह सामने आया कि आरोपी श्याम सिंह बच्चों को स्कूल से यह कहकर अपने साथ ले गया कि वह उन्हें घर छोड़ देगा। बच्चों को वह अपने किराए के मकान पर ले गया, जो उसके चूड़ी कारखाने के पास स्थित था। वहां उसने दोनों बच्चों की गला दबाकर हत्या की और उनके शव को फंदे से लटका दिया।
व्यावसायिक जीवन में तनाव
स्थानीय लोगों के मुताबिक, श्याम सिंह सामान्य स्वभाव का व्यक्ति था। हालांकि, कारोबार में घाटा और पार्टनरशिप टूटने के बाद वह तनाव में रहने लगा था। तीन दिन से उसकी फैक्ट्री बंद थी और वह अकेलेपन का शिकार हो गया था।
दोनो 20 साल से एक दूसरे को जानते थे
प्रदीप देवासी, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, एक चूड़ी कारीगर है। श्याम सिंह, जो फलोदी का निवासी है, ने अपने जीवन की अधिकांश पूंजी इस व्यापार में लगाई थी। दोनों 20 साल से एक-दूसरे को जानते थे, लेकिन व्यापार में हुए नुकसान ने उनकी दोस्ती को दुश्मनी में बदल दिया।
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इलाके में दहशत और आक्रोश
बच्चों की हत्या की खबर से इलाके में दहशत फैल गई। लोगों का कहना है कि आरोपी के इस क्रूर कदम ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस अब आरोपी की तलाश कर रही है और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।