कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा में मोदी की सभा से पहले (Before Modi’s meeting in Kota) बीजेपी के पूर्व विधायक और लाडपुरा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड रहें भवानी सिंह राजावत (Bhavani Singh Rajawat is contesting as an independent candidate from Ladpura assembly seat) को मना लिया है। राजावत ने मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी के समर्थन में (In support of BJP candidate Kalpana Devi) जुटकर काम करने की बात कही है। सोमवार देर रात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से राजावत की मुलाकात हुई। आधे घंटे चली बातचीत के बाद मंगलवार सुबह राजावत ने चुनाव न लड़कर BJP को समर्थन देने की बात कही।
राजावत ने लाडपुरा से भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी को समर्थन देने की बात कही। मीडिया से बातचीत में राजावत ने कहा कि मैंने कार्यकर्ताओं को भगवान माना है। मैं कल्पना देवी से भी अपेक्षा करता हूं कि वह कार्यकर्ताओं को देवता मानकर चलें और कार्यकर्ताओं और उनके बीच में जो दूरी रही है, वह नहीं हो। कल्पना देवी को कार्यशैली में बदलाव लाकर आने वाले समय में कार्यकर्ताओं और जनता के बीच जाना पडे़गा। राजावत ने कहा कि अब राजतंत्र नहीं लोकतंत्र है। यह दूरी दूर करनी पडे़गी और कार्यकर्ताओं के सुख-दुख में शामिल होना होगा। मैं उनसे यही अपेक्षा करता हूं। अब मिलकर काम करेंगे और हाड़ौती की सभी सीटों पर कांग्रेस को हराएंगे।
गौरतलब है कि तीन बार के विधायक रहे भवानी सिंह राजावत ने लाडपुरा से टिकट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने फिर से विधायक कल्पना देवी को ही प्रत्याशी बनाया था। जिसके बाद राजावत खुलकर विरोध में आ गए थे। राजावत ने एक सभा कर कार्यकर्ताओं के बीच निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। इसके बाद नामाकंन दाखिल किया और नाम वापस भी नही लिया। नाम वापसी के दिन भी उन्हें मनाने की कोशिशें हुई थी लेकिन राजावत पीछे नहीं हटे। पार्टी ने राजावत को निलंबित कर दिया था।
राजावत ने कहा कि मैं 45 साल से पार्टी की तन मन से सेवा कर रहा हूं। पार्टी ने मुझे भरोसा दिलाया है कि आपके कार्यकर्ताओं का, आपका पार्टी में पूरा सम्मान रहेगा। मैं निर्दलीय प्रत्याशी था लेकिन पार्टी को मैंने मां माना है, इसलिए पार्टी से दूरी मेरे से बर्दाश्त नहीं होती। आज मैनें पार्टी में वापस शामिल होने का निर्णय लिया है। मैं पंद्रह साल से लाडपुरा में लगातार मेहनत करके पानी, बिजली, शिक्षा और सड़क निर्माण जैसे अभूतपूर्व काम किए हैं।
अब जो है मेरे कार्यकर्ता और मैं पूरी ताकत के साथ कल्पना देवी के समर्थन में जी जान से जुट जाएंगे और जिताएंगे। पार्टी से दूरी मेरे से बर्दाश्त नही हुई। इसलिए मैंने मन बनाया है। ठीक है समर्थन लगातार मिल रहा था मेरे खडे़ रहने से कांग्रेस नहीं जीत जाए यह संभावना थी। अब यह संभावना नहीं रहेगी। इसलिए मैं कल्पना देवी के समर्थन में आ गया हूं। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला छोटे भाई हैं, पद में बडे़ हैं। उन्होंने आग्रह किया कि आप वरिष्ठ नेता हो आपका कदम ठीक नहीं है आप ये कदम वापस ले लो। उन्होंने कहा और मैंने माना। वहीं कल्पना देवी ने कहा कि मैं राजावत का धन्यवाद देती हूं। वह मेरे समर्थन में आए हैं। हम सब एक परिवार हैं। कार्यकर्ताओं का हमेशा सम्मान रहेगा।