बूंदी। जिले में एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान (A war against drugs campaign) के तहत मेडिकल स्टोर्स पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत औषधि नियंत्रण विभाग के अधिकारी अचानक मेडिकल स्टोर पर पहुंचकर कार्यवाही को अंजाम दे रहे हैं।
जिला औषधि नियंत्रक अधिकारी रोहिताश्व नागर ने बताया कि अभियान के तहत जिले के खटकड़ चौराहे पर स्थित गुरु नानक मेडिकल एंड जनरल स्टोर पर पिछले दिनों कार्यवाही को अंजाम दिया गया, जहां फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में दवाई बेची जा रही थी (Medicines were being sold in the absence of pharmacists) तथा दवा खरीद के संबंध में दस्तावेज उपलब्ध नहीं मिले (Documents regarding medicine purchase not available)। वही, खटकड़ के ही संतोष मेडिकल और जनरल स्टोर पर भी दवाओं का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। यहां नई और पुरानी किसी तरह की बिल बूक नहीं मिली है। इस पर दोनों फर्मो को सहायक औषधि नियंत्रक कोटा द्वारा नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
इसी प्रकार मंगलवार को बूंदी शहर के नैनवा रोड़ स्थित एक कॉलोनी में डॉक्टर मोबिन अख्तर के घर के पास संचालित क्लीनिक पर मेडिकल स्टोर बिना फार्मासिस्ट के संचालित हो रहा था। यहां बिना फार्मासिस्ट के दवाईया बेची जा रही थी। इसी प्रकार बुधवार को शहर के विकास मेडिकोज पर भी औचक निरीक्षण किया गया जहां बिना फार्मासिस्ट के दवाइयां बेचान की जा रही थी। इससे पहले शहर के माहेश्वरी चिल्ड्रन हॉस्पिटल के बाहर लगे मेडिकल स्टोर, शहर के कुंभा स्टेडियम रोड़, पुजा विहार स्थित एक डॉक्टर के क्लीनिक में चल रहे मेडिकल स्टोर का भी अनियमिताओं के चलते 10 दिन के लिए लाइसेंस निलंबित किया गया था।
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लगातार विभाग की कार्यवाही से मेडिकल स्टोर संचालकों में हडकंप बचा हुआ है। वहीं लोगों का कहना है कि जिले में नशे का कारोबार फल फूल रहा है। कई मेडिकल स्टोर संचालक खुले आम, तो कई चोरी छिपे नशीली दवाइयां की बिक्री कर रहे हैं।