बूंदी। जिले के दबलाना थाने में तैनात कांस्टेबल के खिलाफ रिश्वत की डिमांड का मामला दर्ज किया गया है। परिवादी राम भरत बैरवा, जो कि ट्रैक्टर-ट्रॉली से बजरी और पत्थर सप्लाई का काम करता हैं, ने करीब तीन महीने पहले एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने आरोप लगाया था कि कांस्टेबल सुनील कुम्हार ट्रैक्टर-ट्रॉली को बिना किसी रुकावट के चलाने की एवज में 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर उसे परेशान कर रहा है।
परिवादी ने एसीबी को यह भी बताया कि आरोपी कांस्टेबल सुनील कुम्हार पहले ही उससे बियर की बोतल, गुटका, नमकीन सहित 500 रुपये के अन्य सामान मांगा चुका है। इतना ही नहीं, कई बार पार्टी का खर्च भी उससे करवा चुका है और आरोपी 40,000 रुपये की रिश्वत पहले ही ले चुका है। एसीबी द्वारा कराए गए सत्यापन के दौरान कांस्टेबल सुनील प्रजापत ने रिश्वत के 40,000 रुपये पहले लेने की बात स्वीकार (Admitted taking bribe of Rs 40,000 in advance) कर ली थी।
सत्यापन के वक्त 40,000 रुपये पहले लेने की बात स्वीकार करने के बाद वह और रिश्वत राशी बाद में बताने की बात कहकर टाल गया। एसीबी की ट्रैप कार्रवाई से पहले ही आरोपी को इसकी भनक लग गई, जिसके बाद उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। आरोपी द्वारा रिश्वत न लेने की वजह से एसीबी ने इस मामले को रिश्वत की डिमांड का बनाकर ACB मुख्यालय भेज दिया।
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मामले की जांच कोटा इंटेलिजेंस एसीबी की इंस्पेक्टर चंद्रकंवर को सौंपी गई थी। जांच के बाद, एसीबी मुख्यालय के आदेश पर 27 अगस्त को रिश्वत की डिमांड का मामला दर्ज किया गया। अब इस मामले की आगे की जांच एसीबी के उपाधीक्षक हरीश भारती को सौंपी गई है। मामला उजागर होने के बाद आरोपी कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया था तब से ही लाइन में तैनात है।