टोंक, (चेतन वर्मा)। देवली उपखंड के आवां कस्बे के श्री गोपाल चौक में विगत तीन वर्षाे से चल रही पूर्णिमा सत्संग श्रृंखला के 36 वीं कड़ी भाद्रपद मास पूर्णिमा अल्गोजा स्पेशल जागरण के अवसर पर बुधवार रात तेजा गीतों का महासत्संग हुआ। जिसमें कस्बे के अखनेश्वर तेजाजी, कचोलाई तेजाजी महाराज समितियों के साथ निवारिया, कल्याणपुरा, ख़्वासपुरा, बालापुरा सहित बारह पुरों की तेजागीत मंडलियों ने अलगोजे की सुरीली व मनभावन धुनों पर स्वरलहरियां बिखेर परिवेश को पावन व भक्तिमय कर दिया।
आयोजन में शरीक हुए पूर्व कृषि मंत्री डॉ. प्रभु लाल सैनी ने सत्संग में सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्णिमा के इस सत्संग में आवां सहित बारहपुरों की सत्संग मंडलियों के महामिलन ने सामाजिक समरसता, एकता व भाईचारे की मिसाल कायम की है। राजस्थानी कला व संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन का कार्य किया है। हमारे पुरुखों की इन परम्पराओं से सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलने के साथ आध्यात्मिक जागरण की ज्योत भी जली है।

आयोजन में पधारे ग्राम के युवा सरपंच दिव्यांश महेंद्र भारद्वाज ने भी इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए सभी को एकजुट व भाईचारे से रहने की नसीहत दी। दोनों विभूतियों का श्री गोपाल मंदिर समिति आवां की ओर से स्वागत व सम्मान भी किया गया। साथ ही सभी गांवों की तेजा मण्डलियों का राजस्थानी संस्कृति के अनुसार साफ़ा, माला पहना कर अभिनन्दन किया गया।
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मंदिर समिति के संयोजक बुद्धि प्रकाश साहू ने बताया कि आयोजन में देर रात तक तेजा गीतों का रस बहता रहा। महिला- पुरुष लोकगीतों पर झूमते रहे जिसकी पावन गंगा में भक्त गण गौता लगाते रहे। सवा बारह बजे भगवान के 101 किलो दूध की खीर का भोग लगाकर प्रसादी वितरण की गई। इस अवसर पर पूर्व सरपंच राधेश्याम चंदेल, पूर्व जिला परिषद सदस्य बालू गुर्जर, गोपाल मंदिर समिति के राधेश्याम टेलर, ओमप्रकाश स्वर्णकार, सुरेन्द्र सिंह नरूका, महावीर चतुर्वेदी, प्रवीण पारीक, महावीर स्वर्णकार, शिवप्रकाश राव, घासी माहुर, द्वारिका सेन, उमेश सोनी, निहाल सोनी, ललित सेन सहित सभी सदस्य उपस्थित रहे।