in ,

“कोटा-हिसार ट्रेन हादसे से बाल-बाल बचे यात्री, पॉइंट्समैन की सतर्कता बनी बचाव का सहारा”

"Passengers narrowly escaped from Kota-Hisar train accident, pointsman's vigilance became the key to rescue"
,

बूंदी। जिले के केशवरायपाटन क्षेत्र में कोटा-हिसार ट्रेन (19807) के साथ एक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई, जिसे एक सतर्क पॉइंट्समैन की सूझबूझ से बड़ी दुर्घटना में बदलने से बचा लिया गया। बुधवार देर रात कोटा से रवाना हुई यह (Kota-Hisar train) ट्रेन गुड़ला क्रॉसिंग (Train Gurla Crossing) के पास पहुंचते ही अचानक धू-धू कर जल उठी। गार्ड के डिब्बे से निकलती चिंगारियां और धुआं देखकर यात्रियों में हड़कंप (Panic among passengers) मच गया। ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोकी।

पॉइंट्समैन की सतर्कता बनी बचाव का सहारा
घटना के प्रत्यक्षदर्शी पॉइंट्समैन राजेश कुमार ने बताया, “मैं गार्ड-ड्राइवर से ऑल राइट लेने के लिए खड़ा था, तभी मेरी नजर गार्ड के डिब्बे से निकलते धुएं पर पड़ी। मुझे तुरंत खतरा महसूस हुआ और मैंने ड्राइवर को ट्रेन रोकने का संदेश दिया।”

ब्रेक ब्लॉक जाम होने से हुई घटना
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, गार्ड के डिब्बे के ब्रेक ब्लॉक जाम हो जाने के कारण यह घटना हुई। लगातार घर्षण से ब्रेक ब्लॉक और पहिए से धुआं निकल रहा था। घटना के समय तेज रफ्तार से दौड़ती ट्रेन रात 12 बजे गुड़ला स्टेशन से गुजर रही थी। तभी यहां गार्ड-ड्राइवर से ऑल राइट मिलान करने के लिए खड़े पॉइंट्समैन (pointsman) राजेश कुमार की नज़र अचानक गार्ड के डिब्बे से निकलते धुंए और चिंगारी पर पड़ी। खतरा भांपकर राजेश ने वॉकी-टॉकी पर ड्राइवर को तुरंत ट्रेन रोकने को कहा।

अनहोनी की आशंका के चलते ड्राइवर ने आपातकालीन ब्रेक लगाते हुए ट्रेन को मौके पर ही खड़ा कर दिया। इसके बाद स्टेशन उपाधीक्षक रजनीश मीणा, गार्ड, ट्रेन ड्राइवर तथा एक अन्य पॉइंट्समैन ताराचंद आदि कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर डिब्बे की जांच की। इस जांच में सभी को ब्रेक ब्लॉक पहिया से चिपके (Brake block stuck to wheel) नजर आए। इसके बाद कर्मचारियों द्वारा ब्रेक ब्लॉक को रिलीज करने की कोशिश की। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी कर्मचारी इस काम में सफल नहीं हो सके। इसके बाद मामले की सूचना कोटा कंट्रोल रूम और अधिकारियों को दी गई।

इसके बाद कर्मचारियों द्वारा ब्रेक ब्लॉक को रिलीज करने की कोशिश की। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी कर्मचारी इस काम में सफल नहीं हो सके। इसके बाद मामले की सूचना कोटा कंट्रोल रूम और अधिकारियों को दी गई। सूचना पर कोटा से कैरिज विभाग के कर्मचारियों को गुड़ला भेजा गया। जो आधी अधूरी तैयारी के साथ गुड़ला पहुंचे इन कर्मचारियों की काफी कोशिशों के बाद भी ब्रेक सिस्टम ठीक नहीं हो सका। बाद में पूरे औजारों के साथ कोटा से और कर्मचारियों को गुड़ला भेजा गया। इसके बाद काफी प्रयास के बाद डिब्बे की खराबी दूर हो सकी और ब्रेक रिलीज किया जा सके। इसके बाद गाड़ी आगे के लिए रवाना हुई।

2 घंटे मौके पर खड़ी रही ट्रेन
इस घटना के चलते यह ट्रेन गुड़ला में करीब 2 घंटे खड़ी रही। इस दौरान रेल संचालन प्रभावित रहा। कोटा से रवाना हुई उदयपुर-निजामुद्दीन मेवाड़ एक्सप्रेस भी करीब आधे घंटे तक गुड़ला के पास खड़ी रही। बाद में कोटा-हिसार ट्रेन को वापस पीछे लेकर रास्ता साफ किया गया। इसके बाद मेवाड़ और अन्य ट्रेनों को लूप लाइन से निकला गया। ट्रेन के लेट होने से यात्रीगण परेशान होते रहे।

दुर्घटना टलने से बची जानमाल की क्षति
यदि समय रहते ट्रेन नहीं रोकी जाती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। ट्रेन में सवार यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती थी। रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि गनीमत रही की बड़ा हादसा होते-होत टल गया। डिब्बे से धुंआ और चिंगारी बहुत तेजी से निकल रही थी। संभवतः इस डिब्बे के ब्रेक कोटा से ही जाम थे तभी मात्र 6 किलोमीटर चलने ही से तेजी से धुंआ और चिंगारी निकलने लगी। गौरतलब है कि इस ट्रेन का रखरखाव कोटा में ही होता है।

यह भी पढ़े :  White Hair Problem : क्या आप भी समय से पहले सफेद बालों की समस्या से परेशान हैं? तो सफेद बालों को कहें अलविदा

रेलवे प्रशासन ने शुरू की जांच
रेलवे प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सिटी न्यूज़ राजस्थान चैनल को फॉलो करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Are you also troubled by the problem of premature gray hair? so say goodbye to gray hair

White Hair Problem : क्या आप भी समय से पहले सफेद बालों की समस्या से परेशान हैं? तो सफेद बालों को कहें अलविदा

Kajali Teej Mela: Teej festival is a symbol of our rich and glorious culture – Om Birla

Kajali Teej Mela: तीज महोत्सव हमारी समृद्ध गौरवशाली संस्कृति का प्रतीक पर्व है- ओम बिरला