उदयपुर। जिले के वल्लभनगर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। इस कार्रवाई में एसीबी की टीम ने थाने के SHO व कांस्टेबल के नाम से रिश्वत मांग रहे दलाल कमलेश पोखरना को ट्रेप (Trapped broker Kamlesh Pokharna who was demanding bribe in the name of SHO and constable) किया है। कमलेश पोखरना पूर्व में भींडर का उपप्रधान रह चुका है। जेसीबी मशीन को छोड़ने की एवज में दलाल कमलेश को एसीबी की टीम ने 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार (Arrested while taking bribe of Rs 80 thousand) किया है। जेसीबी मशीन को छोड़ने के लिए डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी।
डीआईजी राजेंद्र गोयल के निर्देश पर एएसपी विक्रम सिंह नें कार्रवाई को अंजाम दिया गया। ACB की कार्रवाई की भनक लगने पर कांस्टेबल बजरंग सिंह मीणा मौके से फरार हो गया। एसीबी द्वारा कांस्टेबल की तलाश की जा रही है। वल्लभनगर थाने के कांस्टेबल के नाम से दलाल कमलेश ने रिश्वत की मांग की गई थी।
एसीबी की टीम ने बताया की जेसीबी मशीन छोड़ने के एवज में डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी, इसके बाद 80 हजार की घूस लेते हुए दलाल कमलेश को एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि कांस्टेबल द्वारा डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत एसएचओ के नाम से मांगी गई थी, फिलहाल इस कार्रवाई की भनक लगने पर कांस्टेबल मौके से फरार (Constable absconded from the spot after getting wind of the action) हो गया।
यह भी पढ़े: 28 मार्च को 9 घंटे पानी को तरसेगा कोटा, इन 90 से ज्यादा इलाकों में बंद रहेगी पेयजल सप्लाई
एसीबी की टीम दलाल कमलेश से पूछताछ कर रही है, एसीबी की टीम द्वारा थाने के एसएचओ की भूमिका के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। एसीबी की टीम दलाल कमलेश के घर की तलाशी कर रही है। एसएचओ की भूमिका को लेकर भी ACB की टीम गहनता से जांच कर रही है। इस मामले में मौके से फरार हुए कांस्टेबल की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है, इस पूरे मामले को लेकर एसीबी टीम गहनता से जांच कर रही है।