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Congress की न्याय यात्रा से एक दिन पहले पूर्वी राजस्थान में BJP की आभार यात्रा, शेखावत बोले- 5 साल में पूरी होगी ERCP योजना

A day before Congress' Nyaya Yatra, BJP's gratitude visit in East Rajasthan, Shekhawat said - ERCP scheme will be completed in 5 years

लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में सियासी पारा चढ़ने लगा है। भाजपा, कांग्रेस दोनों दलों में बैठकों के साथ-साथ रैलियों और यात्राओं का दौर शुरू हो चुका है। राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) कल यानी कि 25 फरवरी को राजस्थान में प्रवेश करेगी। इससे एक दिन पहले 24 फरवरी से भाजपा ने पूर्वी राजस्थान के जिलों में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को लेकर आभार यात्रा की शुरुआत (Beginning of Gratitude Journey) की है। इस यात्रा के तहत शनिवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य भाजपा नेताओं ने अलवर, भरतपुर और धौलपुर जिले में रैलियां की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 5 साल में ईआरसीपी परियोजना पूरी करेंगे।

दरअसल, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Jal Shakti Minister Gajendra Singh Shekhawat) शनिवार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) आभार यात्रा पर निकले। अलवर, भरतपुर और धौलपुर जिलों में आयोजित सभाओं में शेखावत ने जनता का आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखाया है कि जिस काम की परिकल्पना और शिलान्यास करो, उसका उद्घाटन भी करो। 5 साल में ईआरसीपी को पूरा कर आपके घरों तक पानी पहुंचाने के लिए हम काम करेंगे। पूर्वी राजस्थान के लिए यह संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी परियोजना जीवनदायनी गंगा के रूप में काम करेगी।

शेखावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले में आपके बीच में आया था। मैं चाहता था कि जो झूठ का पहाड़ पिछली गहलोत सरकार ने 5 साल में खड़ा किया था, उसे बेनकाब किया जाए। अशोक गहलोत 13 जिलों के 83 विधानसभा क्षेत्रों के साढ़े तीन करोड़ लोगों के प्यासे कंठों पर राजनीति कर रहे थे। मैंने कहा था कि भाजपा सरकार बनने के बाद में एक महीने में ईआरसीपी को धरातल पर लाएंगे। आपने भी 83 में से 48 सीटों पर कमल खिलाकर आशीर्वाद दिया, इसके लिए आप सबका अभिनंदन करता हूं।

ERCP के लिए सीएम भजनलाल का जताया आभार
शेखावत ने कहा कि मुझसे तीन-चार दिन पहले कुछ पत्रकारों ने जयपुर में पूछा था कि ईआरसीपी तो आपने कर दिया, लेकिन यह परियोजना कब पूरी होगी? मैंने उनसे कहा था कि मोदी जी ने हमें यह सिखाया है कि जिस काम की परिकल्पना और शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं। 5 साल में इस परियोजना को पूरा कर हम घरों तक पानी पहुंचाएंगे। इस परियोजना को तत्काल धरातल पर उतारने के लिए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार भी जताया।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि गहलोत ईआरसीपी को राजनीतिक भस्मासुर की तरह खड़ा कर रहे थे। केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे थे। तब मैं प्रधानमंत्री जी के पास गया, मैंने प्रधानमंत्री जी से निवेदन किया कि तकनीकी कमी राजस्थान पूरा करता नहीं है। बार-बार हमको अपराधी ठहराने के लिए झूठ बोलता है। तब प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि कहीं ठहरने की आवश्यकता नहीं है। कुछ नया सोचो और आगे बढ़ो। उन्होंने पीकेसी-ईआरसीपी की राह दिखाई। पीकेसी-ईआरसीपी को कैसे जोड़ सकते हैं? इसको लेकर रुड़की में देश भर के पानी को समझने वाले इंजीनियर को बुलाया, तब यह नया रास्ता निकाला।

शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत के लिए राजनीति पहले थी, लोगों की प्यास बुझाना उनकी प्राथमिकता नहीं थी, उन्होंने इस दिशा में किसी तरह का प्रयास नहीं किया। हमने दिल्ली में अनेक बार बैठकें आयोजित की। उनमें राजस्थान के अधिकारी स्वीकार करते थे कि तकनीकी खामी को यदि दूर कर दिया जाए तो निश्चित रूप से परियोजना सिरे चढ़ सकती है, लेकिन अशोक गहलोत का उद्देश्य लोगों को राहत पहुंचाना नहीं था। उनका उद्देश्य इसको एक राजनीतिक हथियार के रूप में उपयोग करना था। वो या उनके मंत्री कभी किसी भी बैठक में उपस्थित नहीं हुए। तब मैंने संकल्प किया था कि राजस्थान से कांग्रेस के कुराज को उखाड़ फेंकने के बाद एक महीने के भीतर पूर्वी राजस्थान को ईआईसीपी की सौगात देने के लिए काम करूंगा।

शेखावत ने कहा कि वर्ष 2019 में आपने दोबारा नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने का आशीर्वाद प्रदान किया। आपकी शुभकामनाओं और आशीर्वाद से राजस्थान के बेटे को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री बनने का सौभाग्यपूर्ण अवसर मोदी जी ने दिया। मेरे मन में एक कल्पना थी कि पूर्वी राजस्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण ईआरसीपी को बनाकर इन 13 जिलों के लोगों का भला किया जा सकता है। उनके भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है। यहां से पलायन को रोका जा सकता है। मैंने कुर्सी पर बैठने के साथ इस दिशा में प्रयास किया।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक प्रोजेक्ट पर राजस्थान में 45,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 13 जिलों (नए 21 जिले) के साढ़े तीन करोड़ लोगों के घरों तक अगले 40-50 साल तक पीने का पानी निर्बाध रूप से पहुंचे, इसको हम सुनिश्चित करेंगे। इस क्षेत्र में 2.8 लाख हेक्टेयर की सिंचाई का रकबा सिंचित होगा। लगभग 30 से ज्यादा छोटे-बड़े तालाब और बांध भरेंगे। मैं वो दिन देख रहा हूं कि 5 साल में जब यह परियोजना पूरी होगी, इन सारे 13 जिलों में जमीन का पानी वापस उसे स्तर पर आ जाएगा, जो आज से 20-30 साल के स्तर पर था।

भजनलाल जी का पगफेरा अच्छा
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान में कहते हैं कि शादी के बाद दुल्हन का पगफेरा अच्छा हो तो परिवार में खुशियां रहती हैं। ऐसे ही राजस्थान के लिए भजनलाल शर्मा का पगफेरा अच्छा है। जिस ईआरसीपी को कांग्रेस ने लटकाकर रखा गया, भजनलाल जी के आते ही उसे लेकर राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार बीच एमओयू हो गया और हरी झंडी मिल गई। शेखावत ने कहा कि सिंचाई और पेयजल के लिए ईआरसीपी देश दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट सिद्ध हुआ है।

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पहली योजना उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में केन और बेतवा पर तैयार हो रही योजना है। दोनों के हिस्से में आने वाले बुंदेलखंड में राजस्थान की तरह ही पानी की भीषण कमी है। उन्होंने कहा कि मैं झांसी में शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ गया था। वहां के सांसद ने कहा था कि वहां महिलाओं में एक कहावत है, कसम मर जाईया पर गगरी न फूटे, मतलब पति मर जाए, तब भी पानी का घड़ा नहीं फूटना चाहिए, वहां पानी सुहाग से ज्यादा कीमती है।

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