टोंक, (बाबू परास्या)। जिला पुलिस अधीक्षक राजश्री राज वर्मा (IPS) ने जिले के बनेठा थाना प्रभारी हरिमन मीना (Banetha police station in-charge Hariman Meena) को लगाया गया है। चार्ज संभालते ही थाना प्रभारी ने कहा- अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी। थाने में आने वाले फरियादी की पीड़ा को समझ राहत देने का काम करेगें।
जिला पुलिस अधीक्षक राजश्री राज वर्मा (District Superintendent of Police Rajshree Raj Verma) के निर्देशन पर बनेठा थाने की जिम्मेदारी संभालने वाले नए थाना प्रभारी हरिमन मीना (SHO) ने मीडिया से विशेष बातचीत में बताया कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य, आमजन की सेवा करना है। पुलिस का ध्येय है। आम जन में विश्वास अपराधियों में डर बना रहे। आम जन को समय पर न्याय मिले एवं परिवादी की सूचना पर शीघ्रता से शीघ्र उचित कार्रवाई हो पुलिस का मुख्य उद्देश्य है एवं कार्य शैली है। आमजन का पुलिस के साथ बराबर सहयोग होना जरूरी है। जिससे अपराधी किसी भी आपराधिक कार्य को करने से डरे एवं समय रहते पुलिस द्वारा अपराध को रोका जा सके। पुलिस अपनी उचित कार्य शैली से समय रहते आमजन का विश्वास जीते तब जाकर ही आमजन पुलिस का सहयोग देने के लिए आगे आते हैं।
यह विचार टोंक जिले के बनेठा थाने पर कार्यभार संभालने वाले नए थाना प्रभारी हरिमन मीना ने बताया कि बनेठा थाना क्षेत्र में जुआ, सट्टा, अवैध शराब एवं बजरी माफिया की अवैध कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाएगा। छात्राओं एवं महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने एवं अभद्रता करने वाले मनचलों पर राज्य सरकार के पुलिस महानिदेशक एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश है कि पुलिस ऐसे मनचले एवं शराबियों पर समय रहते उचित कार्रवाई करें जिससे समय रहते महिलाओं को आवागमन के दौरान असुरक्षा महसूस नहीं हो।
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प्रभारी ने कहा कि पीड़ित परिवार के परिवाद पर त्वतरित कार्रवाई होना जरूरी है जिससे पीड़ित परिवादी का विश्वास पुलिस पर कायम रहे, समय पर उचित कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित परिवादी का विश्वास पुलिस कार्य शैली से उठ जाता है। आमजन और पुलिस दोनों एक सिक्के के दो पहलू है। पुलिस का मुख्य उद्देश्य तभी सार्थक हो पता है ।जब आमजन और पुलिस दोनों में आपसी सामंजस बना रहे कहीं बार आमजन कानूनी दावं पेच में फंसने के डर से पुलिस का सहयोग नहीं कर पाते हैं। जिससे अपराधी समय रहते अपनी वारदात को अंजाम दे जाता है। पुलिस का सहयोग करने वाले को पुलिस कभी किसी भी तरह के कानूनी दाव पेच में नहीं उलझाती है।