नाराज ग्रामीणों ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
बूंदी। राजस्थान के बूंदी जिले में हिंडोली उपखंड के बूंदी का गोठड़ा बांध (Gothra Dam of Bundi) की दीवार में निर्माण कार्यों में बरती लापरवाही व खामियों के चलते दीवार में दरार (Crack in the wall due to negligence and flaws in the construction work) आ गई। जिससे बांध की सुरक्षा पर खतरा मंडराना शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का आरोप लगाया है। फिलहाल ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ गुणवत्ता पूर्वक कार्य नहीं करने पर उच्च स्तरिय जांच की मांग की है। बतादें, गत 4 सालों में राज्य सरकार ने बांधों की सुरक्षा व रखरखाव के लिए करोड़ो रूपये स्वीकृति की। लेकिन अधिकारियों ने मामले में लापरवाही बरतते रहे, जिसके नतिजे सामने आने लगे है?।

जानकारी के अनुसार, 1958 में बने गोठड़ा बांध की करीब सौ मीटर दीवार गत मार्च में भरभरा कर टूट गई थी। इससे बांध की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो गया था। जल संसाधन विभाग को उच्चाधिकारियों ने करीब 10 करोड़ रुपए की राशि 100 मीटर से अधिक टूटी फेसवाल के दोबारा निर्माण के लिए स्वीकृत करवाई थी। करीब 5 माह पूर्व दीवार का निर्माण कार्य पूरा हो गया था। जिसमें 7 करोड़ 50 लख रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन जल्दबाजी में हुए निर्माण कार्य के चलते अब बांध की सुरक्षा दीवार में दरार (Crack in dam protection wall) आ गई है।
दरार आने से ग्रामवासियों में गहरी नाराजगी है। इसके विरोध में सोमवार देर शाम को बड़ी संख्या में ग्रामीण गोठड़ा बांध पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तो निर्माण कार्य किए हुए पांच महीने हुए हैं, ऐसे में दीवार में दरार आ जाना निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाता है। उन्होंने बताया कि नहर खोलने के स्थान से आगे की ओर पुरानी दीवार पर बनाई गई दीवार में दरार आ गई। दबाव के चलते दीवार बांध की और कुछ झुक गई है।

गोठड़ा के पूर्व सरपंच बाबूलाल सैनी ने बताया कि बांध की दीवार में आई दरार (Crack in dam wall) को लेकर शीघ्र ही एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा एवं निर्माण कार्य में बरती गई अनियमितता की उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी। इस दौरान भगवान प्रजापत, देवलाल सैनी, बुद्धि प्रकाश सैनी, रामलाल कहार, सोजीलाल प्रजापत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
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इधर, जल संसाधन विभाग, बूंदी के अधिशाषी अभियंता आर के पाटनी ने बताया कि दीवार के जोड़ पर क्रैक आया है। संबंधित ठेकेदार को लिखित आदेश देकर दुरूस्त करने के लिए कहा है। जल्दी ही क्रेक सही किया जाएगा, हालांकि निर्माण कार्य की 5 साल की गारंटी रहती है।