निर्दलीय प्रत्याशी रुपेश शर्मा के कार्यालय का हुआ शुभारंभ
रुपेश के समर्थन में जिंदल ने लिया नामांकन वापस
बूंदी। बूंदी विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे युवा नेता रुपेश शर्मा (Youth leader Rupesh Sharma) ने गुरुवार सुबह जनसंपर्क के दौरान अदालत परिसर मे अधिवक्ताओं के बीच जनसंपर्क कर उन्हें मत और समर्थन देकर विजय बनाने की अपील की। रुपेश शर्मा ने इस दौरान अभिभाषक परिषद में वरिष्ठ अधिवक्ताओं का आशीर्वाद लिया साथ ही युवा अधिवक्ताओं से ज्यादा से ज्यादा समर्थन की बात दोहराई। युवा नेता ने बताया कि बूंदी विकास में पीछड गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने छोटी काशी के नाम से विख्यात बूंदी नगरी की अनदेखी की है। जब भी यहां से जनप्रतिनिधि चुने गए उन्होंने निजी हित को ध्यान में रखा। उन्होंने सभी से आह्वान करते हुए कहा कि वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को हमे तोड़ना होगा। उन्होंने कहा की बूंदी के सुनियोजित विकास के लिए आप सब अपना मत और समर्थन देकर मुझे विधानसभा भेजें ताकि बूंदी के हित और विकास की बात उठाई जा सके। उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि हमेशा वह सेवक बनकर बूंदी विधानसभा क्षेत्र की जनता की सेवा करेंगे।
रुपेश के समर्थन में जिंदल ने लिया नामांकन वापस
नामांकन वापसी के अंतिम दिन निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने वाले विहिप नेता महेश जिंदल ने रुपेश शर्मा के समर्थन में अपना नामांकन वापस लिया। इस अवसर पर स्वयं रुपेश शर्मा ने कलेक्टर परिसर स्थित निर्वाचन कार्यालय के बाहर में जिंदल का फूल मालाओं से स्वागत अभिनंदन कर स्वागत किया।
मुख्य कार्यालय का हुआ शुभारंभ
निर्दलीय प्रत्याशी रुपेश शर्मा के मुख्य कार्यालय का यहां इम्मानवेल स्कूल के पास गुरुवार से शुभारंभ हुआ। पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष महीपत सिंह हाड़ा की उपस्थिति में कार्यालय का शुभारंभ हुआ। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में उपस्थित रुपेश शर्मा के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर वरिष्ठ जनसंघ नेता इंद्रदत रजोरा, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुरेश जिंदल, महिला मोर्चा की पूर्व ज़िलाउपपाध्यक्ष पेंशु सिंह, विहिप पूर्व अध्यक्ष सुनील हाड़ौती, बैरवा समाज ज़िलाध्यक्ष ओमप्रकाश फ़ोजी, राजपूत समाज ज़िलाध्यक्ष रमणराज सिंह हाड़ा, सर्व ब्रह्मांड महासभा ज़िलाध्यक्ष किरण शर्मा, हंसा देवी ध्वजा वाहक नरेंद्र पायलेट,समाजसेवी कालू कटारा, भाजयुमो पूर्व ज़िला उपाअध्यक्ष पप्पू गुर्जर ,पार्षद संदीप देवगन, आशीष शर्मा, पूर्व भाजयुमों शहर महामंत्री विकास शर्मा, समाजसेवी महावीर गुर्जर, समाजसेवी प्रमोद गर्ग, रिंटू सिंह सहित सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।
जबतक जांच कर दोषियों को सजा नही दे पार्टी, मेरा तबतक पार्टी में आने का इरादा नही – हाड़ा
पूर्व जिला अध्यक्ष महीपत सिंह हाडा ने पार्टी में शामिल किए जाने के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा मुझे पार्टी मे लेने की जानकारी सोशल मिडिया के माध्यम से मिली है। जिस प्रकार 3 वर्ष पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कहने पर पंचायत राज चुनाव के संभाग प्रभारी सी.पी. जोशी, विधायक अशोक डोगरा एवं भाजपा जिलाध्यक्ष ने गलत तथ्य पेश करके षड्यन्त्र पूर्वक मुझे बिना कारण बताये एवं बिना पत्र दिये पार्टी से निकाल दिया था। जब कि पार्टी को उक्त प्रकरण की जांच करवाकर ही कार्यवाही करनी चाहिए थी। परंतु उस समय इस बात पर पार्टी पदाधिकारियों ने ध्यान नही दिया और मुझे दोषी नही होने के बाद भी द्वेषता पूर्वक पार्टी से निकाल दिया था।
पूर्व जिलाध्यक्ष हाड़ा ने बताया की मेने भाजपा मे 40 वर्षों से निस्वार्थ सेवा की है परन्तु मेरी सेवा को दरकिनार कर मुझे पार्टी से निकाल कर मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुचाई थी। उन्होंने बताया की आज भी उसी प्रकार मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुचाते हुए मुझे एवं मेरे पुत्र को पार्टी मे वापस लेने का अधिकृत पत्र भाजपा के प्रदेश कार्यालय ने जारी किया है। पार्टी मे वापस जाने के लिए मेरे द्वारा कोई भी आवेदन नहीं किया है। फिर भी भाजपा संगठन ने मैरी जानकारी के बिना ही पार्टी में लेने का पत्र जारी कर दिया है। जिससे मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा, स्वाभिमान को आघात पहुंचा है। यह केवल भाजपा द्वारा बूंदी की जनता को भ्रम में डालने का प्रयास है।
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महीपत सिंह हाडा ने बताया की मैं महाराणा प्रताप के सिद्धानतो पर चलने वाला और सनातन विचार धारा मे विश्वास रखता हूँ। जिस तरीके से मुझे वापस पार्टी में लेने का षडयन्त्र रचा गया है उसे देखते हुए फिलहाल मेरा भाजपा में आने का कोई विचार नही है। उन्होंने बताया की मुझे पार्टी से षडयन्त पूर्वक निकलवाये जाने की जांच एक तीन सदस्य कमेटी से करवाई जाये। उसके बाद दोषी पाये जाये जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही की जायें। पूर्व जिलाध्यक्ष ने बताया की मैं 6 वर्ष का निष्कासन पूर्ण होने के बाद ही निर्णय करूगा कि मुझे क्या करना है।