इस साल गेहूं का दाम (wheat price) शुरू से ही ज्यादा रहा है। जब गेहूं के फसल की कटाई हुई थी, तभी खुले बाजार में अनब्रांडेड आटा (unbranded flour) 30 रुपये किलो बिक रहा था। इस समय तो इस आटे का भाव 35 रुपये किलो पर चला गया है। ब्रांडेड आटा की बात करें तो यह 40-50 रुपये किलो बिक रहा है। एमपी गेहूं के आटे का तो भाव आसमान पर हैं। लेकिन लोगों को आटे की महंगाई से राहत दिलाने के लिए भारत सरकार सस्ता आटा बेचने वाली है (Indian government is going to sell cheap flour)। इस बारे में हाइयर लेवल पर फैसला हो चुका है। सस्ते आटे की बिक्री की शुरुआत इसी महीने सात तारीख से हो सकती है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकारी आटे की बिक्री भारत ब्रांड के तहत होगी। इसका रेट 27.50 रुपये प्रति किलो हो सकती है। हालांकि इस बारे में अभी कुछ और विचार होना है। बताया जाता है कि इसके लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ को नोडल एजेंसी (Nodal Agency) बनाया जाएगा। भारत ब्रांड आटे के लिए भारतीय खाद्य निगम सेंट्रल पूल से ढाई लाख टन गेहूं अलॉट कर रहा है। इसे मिलर से पिसवा कर 10 किलो और 30 किलो की पैकिंग में बेचा जाएगा।
गौरतलब है कि इसी साल जून-जुलाई में दालों की कीमत आसमान में पहुंच गई थी। तब केंद्र सरकार ने 17 जुलाई 2023 से भारत ब्रांड नाम से सस्ते चना दाल की बिक्री शुरू की थी। भारत दाल के तहत एक किलो का खुदरा पैक बनाया गया है। इसका दाम 60 रुपये प्रति किलोग्राम रखा गया है। यदि कोई व्यक्ति 30 किलो का पैक लेता है तो उसके लिए उन्हें 55 रुपये किलो का दाम चुकाना होगा।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भारत आटा का वितरण भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड), राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ), केन्द्रीय भंडार और सफल की खुदरा दुकानों के माध्यम से किया जा सकता है।