टोंक/मालपुरा, (मनोज टाक)। जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित ताडकेश्वर महादेव मंदिर से रविवार सवेरे 59वीं विशाल लक्खी पदयात्रा डिग्गी के लिए हुई रवाना। बैंड बाजो के साथ नाचते गाते लाखों पदयात्री कल्याण की नगरी के लिए रवाना हुए। इस दौरान आस्था का सैलाब उमडा पड़ा, कल्याण धणी कक जयकरो से जयपुर नगरी गुंजी उठीं।
विशाल लक्खी पदयात्रा (Vishal Lakhi Padayatra) को डिग्गी के लिए मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, विधायक बाल मुंकद आचार्य, शराब बन्दी आंदोलन राष्ट्रीय अध्यक्ष पुजा छाबड़ा, सहित पदयात्रा संघ अध्यक्ष, ग्रागी फाउंडेशन के डायरेक्टर विजय टाक एडवोकेट नवीन टाक, महाराज श्री त्रिवेणी धाम व पद यात्रा संचालक श्रीजी शर्मा लोहे वाले ने विधिवत केसरिया शाही ध्वज की पूजा अर्चना कर लाखों पदयात्रियों के जत्थे को रवाना किया।
5 लाख श्रद्धालु होगे यात्रा में शामिल
डिग्गी कल्याणजी की लक्खी पदयात्रा जयपुर से रविवार को हुई रवाना (Diggi Kalyanji’s Lakhi Padyatra left from Jaipur)। श्रीजी के ध्वज की अगुवानी में करीब 5 लाख से अधिक श्रद्धालु पदयात्रा में शामिल रहेगे। जयपुर से डिग्गी के कल्याणजी महाराज के मंदिर की दूरी करीब 80 कि.मी. है, जिसकी यात्रा 5 दिन में पूरी होगी। जिसमें संत-महंत सहित अनेक विशिष्ट लोग मुख्य ध्वज का पूजन कर पदयात्रा को रवाना किया गया। ध्वज की छत्रछाया में पदयात्री कनक दंडवत करते हुए मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर के दर्शन कर डिग्गी के लिए प्रस्थान किया। यात्रा में राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश के श्रद्धालु भी अपनी-अपनी पदयात्राएं लेकर शामिल होंगे।
जयपुर के अलावा आसपास से भी करीब 85 छोटी-बड़ी पदयात्राएं आकर मुख्य पदयात्रा जिसकी वजह से रविवार व सोमवार को शुरुआती दो दिनों तक जयपुर से मालपुरा तक सड़क मार्ग पूरी तरह से जाम रहेगा, क्योंकि यात्रा मार्ग में श्रद्धालुओं के लिए करीब 1400 स्थानों पर छोटे-बड़े भंडारे लगाए गए हैं।
यह डिग्गी कल्याणजी की 59वीं पदयात्रा है, जो रविवार सुबह 9 बजे चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर से रवाना हुई। बीती रात से ही जयपुर के आसपास के गांवों से पदयात्री डिग्गी कल्याणजी के दर्शन को निकल चुके हैं, जो 5 दिन बाद डिग्गी पहुंचेंगे।
1400 स्थानों पर लगाए गए हैं छोटे-बड़े भंडारे
पदयात्रियों के लिए चौड़ा रास्ता से सांगानेर तक सैकड़ों स्थानों पर भंडारे लगाए गए हैं। वहीं, पदयात्रा के 80 किमी के मार्ग में 1400 से ज्यादा स्थानों पर श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे लगाए जा रहे हैं। यहां फल, शरबत, शिकंजी, छाछ, लस्सी, कचोरी, पकोड़े, मिठाई, सब्जी-पूड़ी सहित खाने-पीने का सभी सामान यात्रियों के लिए निशुल्क उपलब्ध होगा। हालांकि भंडारों की वजह से मुख्य सड़कों पर होने वाली गंदगी को रोकने के लिए निगम प्रशासन ने खुद की तरफ से भी इंतजाम किए हैं। साथ ही भंडारे लगाने वालों से भी कहा है कि वे गंदगी ना फैलाएं व डस्टबिन का उपयोग करें।
यह भी पढ़े: 59 वें डिग्गी लक्खी मेले का शुभारंभ, उमड़ा श्रद्धालुओं का सेलाब, SDM कपिल शर्मा ने संभाली कमान
ये यात्रा मार्ग, अगले पांच दिनों तक जाम सा रहेगा।
कल्याणजी की पदयात्रा करीब 5 दिन में डिग्गी पहुंचेगी। पदयात्री रोजाना करीब 18 से 20 किमी का सफर तय करेंगे। इसकी वजह से जयपुर से डिग्गी तक का मार्ग, वाहनों की आवाजाही के लिए परेशानी उठानी पड़ेगी। और अगले पांच दिनों तक इस मार्ग में जाम रहेगा। जयपुर से निकलने के बाद पहला रात्रि विश्राम रविवार को मदरामपुरा में होगा। यात्रा दूसरे दिन 12 अगस्त को हरसूलिया, 13 को फागी, 14 को चौसला में रात्रि विश्राम करते हुए 15 अगस्त को डिग्गी-मालपुरा के कल्याणजी मंदिर पहुंच जाएगी। यहां भगवान विष्णु का स्वरूप कल्याणधणी श्रीजी महाराज को ध्वज अर्पित किया जाएगा। इसके बाद गंगाजल से भगवान का अभिषेक किया जाएगा।