राजस्थान के केकड़ी जिले में रविवार को बिजली की लाइन ठीक करने खंभे पर चढ़े लाइनमैन की करंट की चपेट में आने से मौत (Lineman who climbed the pole to repair the power line dies due to electric shock) हो गई और पांच घंटे तक उसका शव बिजली के खंभे पर लटका रहा। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पीड़ित के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर जयपुर-भीलवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस ने बताया कि यह घटना भिनाय थाना क्षेत्र के खेड़ी गांव में उस समय घटित हुई जब लाइनमैन किशन लाल जाट (37) किसी खराबी को ठीक करने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ा।
पुलिस के मुताबिक, जब वह मरम्मत का काम कर रहा था, तभी बिजली विभाग के किसी कर्मचारी ने ग्रिड से बिजली आपूर्ति फिर से शुरू कर दी, जिससे लाइनमैन करंट लगने से झुलस गया। पुलिस ने बताया कि लाइनमैन की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग खेड़ी चौराहे पर जाम लगा दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनो की एक किलोमीटर से अधिक लंबी कतार लग गई।
केकड़ी उपाधीक्षक हर्षित शर्मा और मसूदा उपाधीक्षक सज्जन सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। केकड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचंद्र सिंह ने बताया कि यह घटना विभाग और उसके संविदा कर्मचारियों की चूक के कारण हुई। ग्रामीण एक करोड़ रुपये का मुआवजा मांग रहे थे।
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उन्होंने बताया कि बिजली विभाग और ठेकेदार ने 40 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति जताई, जिसके बाद शव को नीचे उतारा गया और अंतिम संस्कार किया गया। अतिरिक्त मुआवजे के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। सिंह ने बताया कि ग्रामीणों के प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लग गया था। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ समझौते के बाद जाम खुलवाया गया है।