बूंदी। सदर थाना क्षेत्र के रामनगर कंजर कॉलोनी में सोमवार सुबह 11 केवी विद्युत लाइन के करंट की चपेट में आने से एक महिला सहित दो बच्चों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया। हादसे की सूचना पर सदर थाना पुलिस मय जाप्ते के मौके पर पहुंची और महिला सहित दोनो बच्चों के शवों को जिला अस्पताल मोर्चरी में भिजवाया गया है। बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा सहित बड़ी सख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे। ग्रामीण विधुत कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने व मुआवजे की मांग की। जिला अस्पताल पहुंचे बूंदी एसडीएम दिपक मित्तल पुलिस उपाधीक्षक अमर सिंह, तहसीलदार अर्जुन लाल मीणा ने ग्रामीणों से समझाईश की। सदर थानाधिकारी भगवान सहाय मीना, कोतवाली थानाधिकारी तेजमल सैनी मय जाप्ते के मौजूद रहे।
ऐसे आए करंटकी चपेट में
जानकारी के अनुसार रामनगर कंजर कॉलोनी में स्थित मकान की छत के ऊपर से गुजर रही 11 के विद्युत लाइन के तार की चपेट (Electrocution from 11 KV power line) में आने से यह हादसा हुआ है। महिला और अपने पुत्र के साथ मकान की छत पर चडने के लिए लगी लकड़ी की सीडीओ के सहारे छत पर साफ-सफाई करने चढ़ी थी। जैसे ही यह दोनों चपेट में आये पास की छत पर मौजूद मृतका के भाई बच्चा चिल्लाने की आज सुनकर मौके पर पहुंचा तो वह भी इसकी चपेट में आ गया। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत (All three died on the spot in the accident) हो गई। हादसे की सूचना लगते ही गांव में कोहराम मच गया। लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई। सूचना पर पहुंची सदर थाना पुलिस एम्बुलेंस को तत्काल मौके पर बुलाकर तीनों शवो को कब्जे में लिया।

इनकी हुई मौत
हादसे में कर्मा बाई पुत्री समीर सिंह 32 वर्ष, इसका 6 वर्षिय पुत्र कार्तिक, 12 वर्षीय अक्षय पुत्र पवन करंट की चपेट में आ गया जिससे तीनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृतक महिला के शरीर का पिछला हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका था। जबकि उसके भाई के पुत्र का एक पैर झूलसा है और उसके पुत्र करंट की चपेट आने से मौत के आगौश मे समां गया।
छत पर पक्की सिडियां नहीं होने के चलते पुलिस को शव नीचे उतारने में मशक्कत करनी पड़ी, तीनो शवों को खाट पर रख रस्सी के सहारे नीचे उतारना पड़ा। इसके बाद शवों को 108 की सहायता से जिला अस्पताल पहुंचाकर मोर्चरी में रखवाया है।

विधायक शर्मा भी पहुंचे अस्पताल
हादसे की सूचना पर बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा भी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने प्रशासन के प्रतिनिधियों से वार्ता की और ग्रामीणों को सांत्वना देते हुए हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
विद्युत विभाग के खिलाफ जताया आक्रोश
इधर, ग्रामीणों ने एक साथ तीन जनों की मौत पर विद्युत विभाग के खिलाफ आक्रोश जताया। ग्रामीणों ने कहा कि लगातार विद्युत विभाग को अवगत कराने के बावजूद भी लाइनों को ना हटाया गया ना दुरुस्त किया गया। जबकि आबादी क्षेत्र में प्लास्टिक कोडेड केबल डालनी चाहिए थी। ग्रामीणों ने यहां के एक लाइनमैन पर भी छोटे-छोटे कार्यों के लिए अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने कहा कि एक तार भी टूट जाता है तो उसे जोड़ने के लिए लाईन में एक-एक हजार रूपये वसूल करता है।
मुकदमा दर्ज करने और मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से विद्युत कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और मृतकों के आश्रितो को उचित मुआवजा देने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक मुकदमा दर्ज कर मुआवजे की घोषणा नहीं की जाती तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा, नहीं अंतिम संस्कार किया जाएगा। पुलिस और प्रशासन ने ग्रामीणों को मुकदमा दर्ज करने व नियमअनुसार मुआवजा देने का आश्वासन दिया हैं।
विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा- विद्युत विभाग की लापरवाही
बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि मैंने विद्युत विभाग से अधीक्षण अभियंता और जिला कलेक्टर से बात की है, जिला कलेक्टर ने आर्थिक सहायता का भरोसा दिया है। विधायक शर्मा ने कहा कि बूंदी जिले में अनेक दुर्घटनाएं विद्युत विभाग की लापवाही से हुई है, आबादी क्षेत्र में जहां कहीं भी हाई टेंशन लाइन निकली है उन्हें हआया जाए या प्लास्टिक कोडेट किया जाना चाहिए था। इस मामले में सीधी सीधी विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आ रही है, कर्मचारी लापरवाह हो चुके हैं।
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ये बोले- डिस्कॉम अधीक्षण अभियंता
विधुत विभाग के कार्यवाहक, अधीक्षण अभियंता, बूंदी केके शुक्ला मकान के ऊपर से विधुत लाइन निकली हुई है, लाइन के नीचे मकान बनाना वैसे ही गलत है। बच्चे छत पर गए थे लकड़ी डंडा लाइन के टच होने से यह हादसा होने की बात सामने आ रही है, फिर भी मामले की जांच करवाई जा रही है। यदि डिस्कॉम की किसी तरह की खामी नजर आती है तो नियम अनुसार मुआवजा आदि की कार्यवाही की जाएगी।