राजस्थान। धौलपुर में तैनात डिप्टी एसपी मुनेश मीना समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। इनके खिलाफ अलवर जिले के तिजारा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। मामला सितंबर 2023 का है, जब मुनेश मीना भिवाड़ी में डिप्टी एसपी (Munesh Meena Deputy SP in Bhiwadi) के पद पर तैनात थे।
क्या है मामला?
शेखपुर थाना क्षेत्र के सलारपुर गांव निवासी सतवीर पर आरोप था कि उसने ओएलएक्स के जरिए 22 लाख रुपये की ठगी (Fraud of Rs 22 lakh) की। सतवीर का दावा है कि खुद को महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बताने वाले चार लोगों ने उसे किडनैप किया और पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। सतवीर की दादी जीत कौर ने यह रकम देने से इनकार कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने सतवीर को अलग-अलग जगहों पर ले जाकर धमकाया। सतवीर की दादी ने इस मामले में तिजारा पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने बदमाशों के पैसे लेने की सूचना पर कार्रवाई की और बालवीर नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जबकि बाकी फरार हो गए।
इसके बाद पीड़ित परिवार ने तत्कालीन एसपी करण शर्मा से शिकायत की। शिकायत में कहा गया कि सतवीर को तिजारा डीएसपी कार्यालय में ले जाकर पैसे मांगे गए। जांच में पता चला कि तिजारा के तत्कालीन डिप्टी एसपी मुनेश मीना और उनके स्टाफ की भूमिका संदिग्ध थी। हालांकि, पहले कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई। पीड़ित परिवार ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अदालत के आदेश पर तिजारा थाने में एफआईआर दर्ज (FIR registered in Tijara police station) की गई। इस एफआईआर में डिप्टी एसपी मुनेश मीना के अलावा बालवीर (तैनात- अलवर), अशोक कुमार (तैनात- गंगापुर सिटी), और केके मीना (तैनात- नारायणपुर) के नाम शामिल हैं।
पीड़ित का आरोप है कि सतवीर को डिप्टी एसपी कार्यालय में ले जाकर पांच लाख रुपये की मांग की गई। इस बीच, जांच में यह भी सामने आया कि कुछ पुलिसकर्मियों ने बदमाशों से कथित रूप से रिश्वत ली थी। पीड़ित द्वारा न्यायालय का रुख करने के बाद यह मामला फिर से प्रकाश में आया। कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई और आरोपियों की भूमिका की जांच शुरू हो गई है।
यह भी पढ़े: टोंक में किसान परिवार ने मांगी सामूहिक आत्महत्या की अनुमति, प्रशासन में हड़कंप
अधिकारी संदेह के घेरे में
अब तक की जांच में आरोपियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, लेकिन मामले में अभी कई सवाल बाकी हैं। पुलिस विभाग इस प्रकरण की जांच कर रहा है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है।