Phalodi Satta Bazar : लोकसभा चुनावों को लेकर लगातार कई प्रकार के सर्वे या सट्टा बाजार में दावा (Betting market claims) किया जा हरा है कि इस बार मोदी सरकार अपनी हैट्रिक पूरी करने में सफल होगी। लेकिन इस बार उनका 400 पार का नारा सफल होता नहीं दिख रहा है, फिर भी वह सरकार बना लेगी और कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर रहेगा। सट्टा बाजार ने इस बार बीजेपी को 350 सीटे देने की बात कही।लेकिन एक ऐसा राज्य भी जहा BJP का खाता भी नहीं खुल रहा है और कांग्रेस वहां पर दमदार प्रदर्शन करती हुई नजर आ रही (Congress seems to be performing strongly there) है।
केरल में मोदी लहर का असर नहीं दिखाई देगा, क्योंकि सभी सर्वे में यह दावा किया है कि वहां बीजेपी का ग्राफ बहुत कम है। पीएम नरेंद्र मोदी लगातार वहां रैलियां कर रहे हैं लेकिन इसके बाद भी सीट निकालना आसान काम नहीं है। केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर दूसरे फेज में 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है लेकिन अभी तक मोदी लहर का असर नजर नहीं आया है।
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट सबसे मज़बूत
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट सबसे ज्यादा सीटें जीतने की स्थिति में है और पिछले चुनाव में भी इस गठबंधन ने 19 सीटें जीती थीं। BJP केरल के तटीय इलाकों में मजबूत है, लेकिन सीट जीतना इस बार भी मुश्किल ही नजर आ रहा है। LDF का स्कोर इस बार 2 से 5 रह सकता है।
BJP केरल में मजबुत हो रही है
केरल में UDFऔर LDF ही प्रमुख अलायंस थे, लेकिन इस बार NDA भी मजबूत होता दिख रहा है। BJP भले ही कुछ सीटों पर अपनी पकड़ रखती है लेकिन उसने अपने कदम मजबूती से रख दिए है और इसका फायदा आने वाले भविष्य में दिखाई देगा। अगर इस बार बीजेपी एक सीट भी जीत जाती है तो यह उसके लिए सबसे बड़ी जीत होगी।
केरल में विकास की राजनीति
केरल में BJP के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां उनके पास कोई मजबूत लीडर नहीं है। BJP हर बार मोदी लहर के भरोसे किसी चमत्कार की उम्मीद में रहती है। केरल में लोग राजनीति और धर्म से ज्यादा विकास के नाम पर वोट करते है।
यह भी पढ़े : सोने की कीमतें आसमान छूने लगी, 10 ग्राम 75600 रुपए तक पहुंचा, चांदी के दाम 85500 रुपए
कांग्रेस केरल में मजबूत
कांग्रेस केरल में बहुत ही मजबूत स्थिति में है और इसी वजह से राहुल गांधी वहां से चुनाव लड़ रहे है। लेकिन मोदी लहर का असर राहुल गांधी की सीट पर दिखाई नहीं दे रहा है जो हैरानी की बात है। केरल में मोदी की लोकप्रियता बहुत है लेकिन इसके बाद भी वह वोट नहीं करते हैं।