टोंक। देवली-उनियारा विधानसभा के समरावता गांव बुधवार शाम से शुरू हुआ बवाल देर रात 1 बजे तक चला। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के समर्थक और पुलिस के बीच हुई झड़प में 100 से ज्यादा वाहन आग में जलकर खाक हो गए और 15 से ज्यादा लोग घायल (More than 15 people injured) हो गए। कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए है। उग्र भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े (Also released tear gas shells)। वही, पुलिस हिरासत से फरार हुए नरेश मीणा के बारे में बताया जा रहा है कि इस हंगामे में खुद मीणा भी घायल हो गया। आज सवेरे नरेश मीणा ने एक्स पर भेजी अपनी पोस्ट में मीणा ने कहा कि वह पूरी तरह ठीक है। कहा- न डरे थे, न डरेंगे।
ठस बीच पुलिस बुधवार रातभर हमलावरों की तलाश में दबिश (Raids were conducted throughout the night in search of attackers) देती रही। समरावता गांव व आसपास के एरिया में गुरुवार सुबह भी तनाव बना हुआ है। इस बीच ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उनके वाहनों को फूंका है। उनके बच्चे भी बुधवार रात से गायब हैं।

दरअसल, बुधवार को वोटिंग के दौरान नरेश मीणा ने एसडीम को थप्पड़ (Slap to SDM) मार दिया था। मीणा का आरोप था कि समरावता गांव ने वोटिंग का बहिष्कार किया था, लेकिन अधिकारी लोगों को धमकाकर वोट डलवा रहे थे। इसके बाद शाम को जब पोलिंग पार्टियां रवाना होने लगी तो नरेश मीणा समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए।

पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में झड़प शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया, लेकिन समर्थकों की भीड़ उसे छुड़ा ले गई। गुरुवार सुबह से STF पूरे एरिया में गश्त कर रही है। वहीं, देर रात इस एरिया में इंटरनेट बंद कर दिया गया था, जिसे सुबह चालू कर दिया गया।
वही, अजमेर डीआईजी ओमप्रकाश (Ajmer DIG Omprakash) सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और देर रात घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान (SP Vikas Sangwan)भी मौके पर मौजूद रहें। घटना के बाद टोंक, बूंदी, सवाईमाधोपुर, धौलपुर सहित कई जिलों से पहुंचा अतिरिक्त पुलिस जाप्ता, एसटीएफ की टीमें भी तैनात, गांव में चप्पे-चप्पे पर हथियारबंद पुलिस जवान मुस्तैद, समरावता गांव को छावनी में तब्दील किया गया है। बुधवार रात को ही आस पास के जिलों से फायर बिग्रेड और एबुलेंस भी मंगाई गई है।
इधर, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल (ADG Law and Order Vishal Bansal) टोंक पहुंच चुके है। एडीजी विशाल बंसल कुछ देर बाद घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लेगे। पूरे मामले पर पुलिस मुख्यालय से मॉनिटरिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर खुद एडीजी लॉ एंड आर्डर मौके पर पहुंचे, अब नरेश मीणा को गिरफ्तार करने के लिए अब नई योजना पर काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि धरना स्थल पर आई खाने की गाड़ी को पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद मीणा समर्थकों ने पुलिस से बातचीत कर गाड़ी आगे भेजे जाने की बात कही। इसके बाद जैसे ही खाने की गाड़ी आगे बढ़ी पुलिस और समर्थकों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस नरेश मीणा को हिरासत में लेकर निकलने का प्रयास कर ही रही थी कि इस हो-हल्ले का फायदा उठाकर नरेश मीणा मौके से फरार हो गया।
हंगामे में घायल होने की खबर के बाद आज सवेरे X पर अपनी पोस्ट में नरेश मीणा ने लिखा कि मैं ठीक हूं। ना डरे थे, ना डरेंगे। साथ ही यह भी लिखा कि आगे की रणनीति बता दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस को चमका देकर भागने वाला नरेश मीना अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। बहरहाल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में देर रात से इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। पूरा समरावता गांव छावनी में बदला हुआ है।
इधर, कोटा में मौजूद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने डीजीपी यू आर साहू से मामले की जानकारी ली है और सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले में जलदाय विभाग मंत्री कन्हैयालाल मीणा से भी बात की है और स्थिति के बारे में जानकारी ली है। डॉ. किरोड़ीलाल मीणा भी सवाई माधोपुर से समरावता पहुंच चुके हैं और मामले को शांत करने के प्रयास जारी है।
बाबा ने किया ट्वीट
खबर है कि डॉ. किरोड़ीलाल मीणा (Dr. Kirodilal Meena) भी सवाई माधोपुर से समरावता पहुंच चुके हैं। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है – समरावता गांव (देवली -उनयारा) प्रकरण को लेकर मैंने अभी पुलिस महानिदेशक एवं टोंक जिला कलेक्टर से फोन पर वार्ता कर स्थिति का जायजा लिया है। आप सभी से मेरी अपील है कि कृपया शांति और धैर्य बनाए रखें।
पुलिस मुख्यालय से भी पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर से STFऔर RAC की तीन कंपनियों सहित अतिरिक्त फोर्स को उनियारा के लिए रवाना किया गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।