सवाई माधोपुर। सवाई माधोपुर जिला सभागार में शुक्रवार को आयोजित ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर (Energy Minister Hiralal Naga) की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हंगामेदार (the meeting is noisy) होने से चर्चामें आ गई। यह बैठक क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, लेकिन यह मुद्दों पर चर्चा की बजाय आरोप-प्रत्यारोप और विवाद का केंद्र बन गई।
बैठक के दौरान बामनवास विधायक इंदिरा मीणा (Bamanwas MLA Indira Meena) और खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल के बीच तीखी बहस (Heated debate between Khandar MLA Jitendra Gothwal) शुरू हो गई। माहौल उस समय और गरमा गया जब विधायक मीणा ने किसानों के लिए समय पर ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध न होने और दलालों की सक्रियता पर सवाल उठाए (Raised questions on non-availability of transformers and activeness of brokers)। इस पर ऊर्जा मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि ये सब आपकी सरकार की देन है। मंत्री के इस कथन से नाराज होकर विधायक इंदिरा मीणा ने कागज (मिटींग एजेंड़ा) फाड़कर फेंक दिया, जिससे बैठक में हंगामा हो गया।
इस तनावपूर्ण माहौल में किसी कार्यकर्ता ने टिप्पणी की कि आपने तो बजरी चलवाई है। इस पर विधायक इंदिरा मीणा भड़क उठीं और जवाब में कहा, अब तो आपकी सरकार है, रोजाना हजारों ट्रैक्टर बजरी ले जा रहे हैं। पुलिस उगाही कर रही है, इसे रोककर दिखाएं। विधायक ने मंत्री और अन्य अधिकारियों पर क्षेत्र की समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता के मुद्दों को हल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में बुलाकर उनका अपमान किया जा रहा है।
खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सरकार समस्याओं के समाधान के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने बिना तथ्यों के लगाए जा रहे आरोपों को गलत बताया। इसके बाद दोनों विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी, जिससे बैठक का माहौल और अधिक हंगामेदार हो गया।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। उन्होंने सभी विधायकों से मिलकर काम करने और जनता की समस्याओं का समाधान निकालने की अपील की। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन इसके लिए सामूहिक सहयोग की आवश्यकता है।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक इंदिरा मीणा ने कहा कि सरकार जनता की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है। जब जनता के मुद्दों को अनदेखा किया जाएगा, तो हमें आवाज उठानी ही पड़ेगी।
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यह बैठक, जिसका उद्देश्य क्षेत्र की बिजली आपूर्ति और अवैध बजरी खनन जैसे मुद्दों पर चर्चा करना था, आरोप-प्रत्यारोप के बीच गुम हो गई। जनता की उम्मीदें इन बैठकों से जुड़ी होती हैं, लेकिन जब वे विवाद का अड्डा बन जाती हैं, तो क्षेत्रीय विकास पर नकारात्मक असर पड़ता है।