उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में इनकम टैक्स विभाग की एक बड़ी कार्रवाई (A big action by Income Tax Department in Udaipur) ने सभी को चौंका दिया है। ट्रांसपोर्ट व्यवसायी टीकम सिंह राव के यहां पिछले तीन दिनों से चल रही रेड में अब तक 50 किलो सोना और 5 करोड़ की नकदी बरामद (50 kg gold and cash worth Rs 5 crore recovered) हो चुकी है। यह सोना 37 करोड़ रुपए (Gold Rs 37 crore) का बताया जा रहा है। साथ ही, 100 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।
रेड में क्या-क्या मिला?
शनिवार को इनकम टैक्स की टीम ने टीकम सिंह राव के 7 लॉकर खोले। इन लॉकरों से 25 किलो सोना और 1 करोड़ की नकदी बरामद (25 kg gold and cash worth Rs 1 crore recovered from lockers) हुई। इससे पहले, उनके उदयपुर स्थित घर और दफ्तर से 25 किलो सोना और 4 करोड़ कैश बरामद किया गया था। टीम ने बताया कि यह कार्रवाई टीकम सिंह राव की गोल्डन एंड लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट कंपनी (Golden and Logistics Transport Company) के खिलाफ चल रही है, जिस पर अवैध ट्रांसपोर्टेशन और अघोषित आय छिपाने के आरोप हैं।

19 ठिकानों पर छापेमारी
आयकर विभाग ने 28 नवंबर को जयपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा, अहमदाबाद, और मुंबई सहित कुल 23 ठिकानों पर रेड शुरू की। उदयपुर में 19 स्थानों पर सर्च अभियान चल रहा है, जिसमें उनके घर, गोदाम और ऑफिस शामिल हैं। उदयपुर के सेक्टर-13 स्थित घरों से 25 किलो सोना और 4 करोड़ नकदी मिली। डबोक स्थित रिजॉर्ट, पुलिस लाइन स्थित गोदाम, और प्रतापनगर स्थित हेड ऑफिस पर भी जांच जारी है। बांसवाड़ा में उनके छोटे भाई गोविंद सिंह राव से जुड़े दफ्तरों पर भी दस्तावेज खंगाले गए।
भाजपा नेता से जुड़ा मामला
टीकम सिंह राव का छोटा भाई गोविंद सिंह राव बांसवाड़ा में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। गोविंद सिंह ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के कामकाज को संभालते हैं। इस कार्रवाई ने भाजपा नेता और उनके परिवार को भी सवालों के घेरे में ला दिया है।
कैसे शुरू हुई यह कार्रवाई?
आयकर विभाग को ट्रांसपोर्ट व्यवसायी (Transport Businessman) के खिलाफ अवैध माल परिवहन और अघोषित आय की शिकायतें मिली थीं। शिकायतों के सत्यापन के बाद 28 नवंबर को जयपुर के प्रधान निदेशक अवधेश कुमार के निर्देशन में छापेमारी शुरू की गई। इस कार्रवाई में 250 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी जुटे हैं। संयुक्त निदेशक जेएस राव ने बताया कि सर्च ऑपरेशन में और संपत्ति मिलने की संभावना है।
8 लॉकर और 100 करोड़ की संपत्ति का संदेह
सर्च अभियान के दौरान 8 लॉकर की जानकारी मिली। इनमें से 7 लॉकर खोले जा चुके हैं, जबकि एक और लॉकर में अभी संपत्ति होने की संभावना है। आयकर अधिकारियों का कहना है कि कुल 100 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति का खुलासा हो सकता है।
आयकर विभाग अब सभी दस्तावेजों और बरामद संपत्ति का विश्लेषण कर रहा है। जल्द ही पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि इन संपत्तियों को कैसे और कहां से जुटाया गया।
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यह मामला न केवल एक व्यवसायी के वित्तीय घोटाले का खुलासा करता है, बल्कि यह राजनीति से जुड़े लोगों की संदिग्ध गतिविधियों पर भी प्रकाश डालता है। भाजपा नेता से जुड़े इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कार्रवाई का आगे क्या परिणाम होता है और क्या टीकम सिंह राव और उनके परिवार पर कोई कानूनी शिकंजा कसा जाएगा।