राजस्थान को नए साल की पूर्व संध्या से पहले नया मुख्य सचिव मिल गया है। वरिष्ठ आईएएस सुधांश पंत नए मुख्य सचिव होंगे (Senior IAS Sudhansh Pant will be the new Chief Secretary)। पंत को केंद्र सरकार ने रिलीव कर दिया है। राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी (IAS officers of Rajasthan cadre) पंत मोदी के पसंदीदा अफसर माने जाते है। गहलोत सरकार में जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव थे। बाड़मेर समेत कई जिलों के कलेक्टर रह चुके है। कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी।
राजस्थान कैडर के 1991 बैच के आईएएस अधिकारी सुधांश पंत मुख्य सचिव (Sudhansh Pant, 1991 batch IAS officer of Rajasthan cadre, Chief Secretary) होंगे। पंत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले हैं। पंत राजस्थान में विभिन्न पदों पर रहे है। पिछली गहलोत सरकार में विभिन्न पदों पर रहे। लेकिन बाद में सेंट्रल डेप्युटेशन पर दिल्ली चले गए थे।
इन जिलों में कलेक्टर रहे पंथ
पंत 1993 में जयपुर में एसडीएम रहे है। उसके बाद जैसलमेर कलक्टर रहे, झुंझुनूं, भीलवाड़ा, जयपुर में कलक्टर रह और जेडीए के कमिश्नर भी रहे हैं। राजस्थान के कृषि विभाग के कमिश्नर व स्वास्थ्य विभाग दिल्ली में संयुक्त सचिव रहे हैं। राजस्थान सरकार में वन पर्यवारण विभाग में प्रिंसिपल सचिव, राजस्थान के प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन रहे हैं। रिलीव होने से पहले भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव के पद पर काम कर रहे थे।
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रेस में ये दावेदार थे
राजस्थान में मुख्य सचिव ऊषा शर्मा सेवानिवृत्त (Rajasthan Chief Secretary Usha Sharma retired) हो गई है। 31 दिसंबर तक ही उनका कार्यकाल था। ऊषा शर्मा भी यूपी की रहने वाली थी। ऊषा शर्मा के बाद एक बार फिर ब्राह्मण को मुख्य सचिव बनाया गया है। माना जा रहा है कि पंत की नियुक्ति जातिगत समीकरण साधने के लिए की गई है। पंत के अलावा आईएएस सुबोध अग्रवाल, राजेश्वर सिंह, संजय मल्होत्रा और शुभ्रा सिंह मुख्य सचिव की प्रमुख दावेदार थी। लेकिन शुभ्रा सिंह पिछड़ गई है। पंत को राजस्थान सरकार से 2000, 2001, 2002, 2003, 2004 में अवार्ड मिल चुका है। माना जा रहा है कि राजस्थान की वित्तीय व्यवस्थाओं का पंत को बेहतर अनुभव है उसका लाभ यहां सरकार लेना चाहती है। इनसे 6 वरिष्ठ अधिकारियों को पीछे छोड़ा गया है।