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बूंदी में कांग्रेस और भाजपा के बागी बिगाड़ सकते है खेल! क्या भरत शर्मा थामेगें भाजपा का दामन?

Congress and BJP rebels can spoil the game in Bundi! Will Bharat Sharma join BJP?

बूंदी। बूंदी विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बागी बिगाड़ सकते हैं चुनावी समीकरण (Rebels of Congress and BJP can spoil the electoral equation in Bundi assembly seat)। बूंदी विधानसभा सीट पर भाजपा के रुपेश शर्मा (Rupesh Sharma of BJP) ने बगावत के झंडे गाड़ दिए हैं। वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामनारायण मीणा के पुत्र शिवप्रसाद मीणा (Shivprasad Meena) ने नामांकन भर कर हर किसी को हैरानी में डाल दिया है। इसके अतिरिक्त कांग्रेस के भरत शर्मा ने भी बगावत (Bharat Sharma of Congress also rebelled) का बिगुल बजा दिया है। मंगलवार को एक होटल में बड़ी बैठक आयोजित कर निणर्य का ऐलान कर सकते है। क्यास लगाए जा रहे है कि वे मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम सकते है?।

बूंदी विधानसभा सीट पर भाजपा के युवा नेता रुपेश शर्मा ने जन भावना के विपरीत युवाओं को मौका देने के बजाय फिर से अशोक डोगरा को प्रत्याशी बनाए जाने पर अपनी ताल ठोक दी है। निर्दलीय रुपेश शर्मा भाजपा के प्रदेश प्रतिनिधि रह चुके हैं तथा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं कोटा उत्तर से प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के समर्थक माने जाते हैं। लेकिन इस इस बार उन्हे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और वसुंधरा राजे के नजदीकी महीपत सिंह हाडा का साथ मिला है, महीपत सिंह हाडा 2013 के चुनाव में हिंडोली विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी थे। बाद में लोकसभा चुनाव 2018 में उनके पुत्र भी हिंडोली से प्रत्याशी रहे है। इसके बाद इन्हे भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था।

भाजपा से बागावत कर रुपेश शर्मा ने नामांकन के अंतिम दिन शहर में विशाल रैली निकालकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन प्रस्तुत किया। रुपेश शर्मा ने नवल सागर पार्क में विशाल जनसभा और रैली कर दमदार उपस्थिति दर्ज करवाई। इससे पूर्व मंशापूर्ण गणेश मंदिर में पूजा अर्चना की। नवल सागर में आयोजित विशाल जनसभा को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महिपत सिंह हाड़ा ने संबोधित करते हुए बूंदी विधानसभा क्षेत्र की जनता से रुपेश शर्मा को भारी मतों से विजय बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने युवाओं की अनदेखी कर ऐसे लोगों को फिर से प्रत्याशी बना दिया है जो केवल घर पर बैठते हैं, उन्हें आम जनता की सुख सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि बूंदी विकास की दौड़ में काफी पिछड़ गया है। अगर हम रूपेश शर्मा को जीताकर उनके हाथ मजबूत करेंगे तो शहर में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा। बूंदी विधानसभा में सुख सुविधाओं का विस्तार होगा। फैक्ट्रियां खुलेगी, लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा।

निर्दलीय रुपेश शर्मा ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व को अंतिम दिन तक भी प्रत्याशी परिवर्तन नहीं करने पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा की हमने भाजपा हित का हवाला देकर खुलकर टिकिट परिवर्तन की शीर्ष नेतृत्व से मांग की थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। रूपेश ने बताया की भाजपा उम्मीदवार के निष्क्रिय कार्यकाल को लेकर आमजन में भारी आक्रोश हैं। उन्होंने बताया की विधायक डोगरा के तीन बार के कार्यकाल को निष्क्रिय भरा बताया। भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष, जनसंघ नेता इन्द्रदत्त राजोरा ने कहा की परिवर्तन प्रकृति का नियम है पेड़ से पुराने पत्ते गिरते है और नए पत्ते आते है यही सतत प्रक्रिया पार्टी में चलनी चाहिए। भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष लोकेश शर्मा, वीएचपी के पूर्व शहर अध्यक्ष सुनील हाडौती, पूर्व पालिकाअध्यक्ष सुरेश जिंदल, बैरवा महासभा ज़िलाअध्यक्ष ओमप्रकाश फ़ोजी, पूर्व सरपंच श्योजीलाल मीणा, भाजपा नेत्री पूर्व पार्षद पेंशु सिंह, पूर्व शहर उपाध्यक्ष भंवर सिंह टेलर, भाजयूमों नेता पप्पू गुर्जर, नरेंद्र पायलट, भाजयुमो के पूर्व शहर महामंत्री विकास सनाढ्य, युवा पार्षद संदीप देवगन, आशीष शर्मा, सहित विभिन्न व्यापारिक मंडलों के अध्यक्ष, राठौर समाज, सिंधी समाज, देशी सनाड्य समाज के अध्यक्ष मोजूद थे।

कांग्रेस के बागी निर्दलिय शिव प्रसाद मीणा ने भरा नामांकन
बूंदी विधानसभा सीट पर राजस्थान विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा के पुत्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव शिव प्रसाद मीणा ने नामांकन प्रस्तुति के अंतिम दिन अंतिम क्षणों में नामांकन प्रस्तुत कर सबको हैरानी में डाल दिया। रामनारायण मीणा का टिकट कटने के बाद समर्थक बड़ी संख्या में सुबह से ही उनके रायथल स्थित आवास पर डटे हुए थे, लगातार मीना पर चुनाव लड़ने का समर्थक दबाव बना रहे थे, जिसके चलते शिवप्रसाद मीणा अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने पहुंचे, जहां अपने प्रस्तावक और समर्थकों के साथ उन्होंने अपना पर्चा दाखिल किया।

शिवप्रसाद मीणा ने नामांकन प्रस्तुत करते हुए कहा कि उन्होंने बूंदी से टिकट मांगा था लेकिन कांग्रेस ने उन्हंे टिकट नहीं देकर यहां से लगातार हारने वाले उम्मीदवार को एक बार फिर से प्रत्याशी बनाया है, जबकि क्षेत्र के लोग युवा को टिकट देने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरे पिता रामनारायण मीणा वर्षों से कांग्रेस की सेवा कर रहे है और चुनाव जीतने वालों में है। लेकिन कांग्रेस ने यहां जीतने वालों की बजाय हारने वालों को टिकट दिया है। नये लोगो को मौका मिलना चाहिए था। इस निर्णय से आम कार्यकर्ता निराश और नाराज है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के प्रेम और दबाव की वजह से मुझे यह कदम उठाना पड़ा और कार्यकर्ता और क्षेत्र की जनता सर्वप्रिय है। आगे भी जैसे कार्यकर्ताओ का आदेश होगा उसी अनुसार निर्णय लेगे।

भरत शर्मा कांग्रेस छोड़ थामेंगे भाजपा का दामन?
कांग्रेस के ही राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव भरत शर्मा ने भी बगावत कर दी है, पहले उनके समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय में आमरण अनशन किया और अब मंगलवार को शहर के रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने स्थित हरियाली मैरिज गार्डन में कार्यकर्ताओं की बड़ी बैठक आयोजित करने का ऐलान कर दिया है, जिसमें वे बड़ा निर्णय ले सकते हैं, कयास लगाए जा रहे हैं कि वह मंगलवार को अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर सकते है। समर्थको का दावा है कि करी दो हजार लोग कार्यक्रम में जुटेगे।

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Randhawa said in Hindoli, government will repeat on the basis of public welfare scheme of Congress, if government is formed then Keshoraipatan sugar mill will be started.

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