अलवर। जिले के वैशाली नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सोमवार देर शाम बख्तल की चौकी के पास में एक कुएं में मिले मां, बेटे और बेटी के शवों की शिनाख्त (Identification of bodies of mother, son and daughter found in the well) हो गई है। पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर मामले का खुलासा (Blind murder case revealed) कर दिया है। पुलिस ने परिजनों को बुला कर मृतकों की शिनाख्त करवाई गई। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार (One accused arrested) कर उसके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त दो वाहन जप्त किए हैं।
आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा मृतक महिला के खिलाफ भी हनीट्रेप का एक मुकदमा दर्ज है। आरोपी और मृतक महिला एक साथ हनीट्रैप करते थे, कुछ दिनों से महिला किसी दूसरे युवक के संपर्क में आ गई थी, उसके बाद आरोपी गुस्से में था, मना करने के बाद भी महिला नहीं मानी, इसलिए आरोपी ने महिला सहित उसके दोनों बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी और शव कुएं में फेंक दिये।
अलवर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि मृतक महिला फरमिना पत्नी जेकम उम्र करीब 35 साल निवासी पुठी का बास अलावड़ा की रहने वाली है। बेटी का नाम सफीना उम्र 10 साल और बेटे का नाम दिलशान उम्र 12 साल है। मृतका के पति जैकम की 5 साल पहले मौत हो चुकी है। मृतका का पति जेकम इको गाड़ी बुकिंग में चलाता था, जिसकी 2019 में इस गाड़ी में संदिग्ध अवस्था में डेड बॉडी मिली थी। उसके बाद से ही फरमिना इसराइल नाम के व्यक्ति के साथ में लिव इन रिलेशनशिप में वैशाली नगर थाना क्षेत्र में रह रही थी।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले इस महिला से एक युवक संपर्क आया और यह महिला उसके साथ जीवन बिताना चाहती थी। इस बात का पता इसराइल को लगा, इसने उसे काफी समझाने की कोशिश की कि वह ना जाए, लेकिन वह नहीं मान रही थी। उसको यह आभास हो चुका था कि अगर फरमिना चली गई तो उसका धंधा चौपट हो जाएगा, इसलिए उसने महिला की हत्या कर दी। महिला और बच्चों को 5 फरवरी को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर फिर इनकी गला दबाकर हत्या कर दी और 5 दिन तक महिला के घर में ही तीनों डेड बॉडी पड़ी रही।
5 दिन तक आरोपी इसराइल उनके घर में नहीं गया और बाहर ही घूमता रहा। 5 फरवरी से महिला का मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा था। मोबाइल स्विच ऑफ की पुष्टि महिला के नए प्रेमी युवक ने पुलिस पूछताछ में की।
इसराइल ने पांच दिन तक डेड बॉडी को डिस्पोजल करने के लिए स्थान की तलाश की, तो बखतल की चौकी के समीप यह कुआं मिला। फिर 10 फरवरी की रात को किसी साथी की कार मांग कर लाया और तीनों डेड बॉडी के हाथ पैर बांधे और कार में रखा और 11 बजे कुएं में फेंक दिया।
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पुलिस ने बताया कि यह एक तरीके से ब्लाइंड मर्डर था और बच्ची के कमीज पर मिले राजस्थान मदरसा बोर्ड के टैग से काफी सहायता मिली। आसपास के मदरसों में जानकारी की गई तो पता चला कि रनजीत नगर स्थित धोली कोठी में चलने वाले मदरसे से दो बच्चे गायब हैं। उनकी मां पहचान हुई, यह दोनों बच्चे कक्षा 3 में पढ़ते हैं।