भरतपुर। राजीव दत्ता का भरतपुर पहुंचने पर जोरदार स्वागत (Strong welcome for Rajeev Dutta on reaching Bharatpur) किया गया। जिला कुश्ती संघ भरतपुर के नेतृत्व में खिलाड़ियों, पहलवानों, कुश्ती कोच और समाज के लोगों ने उनका अभिनंदन किया। यह स्वागत कार्यक्रम राजीव दत्ता की नई जिम्मेदारी के अवसर पर आयोजित किया गया।
चांदी का मुकुट, साफा, माला और गदा भेंटकर सम्मान
समारोह के दौरान, कुश्ती संघ और भाजपा नेता यश अग्रवाल ने राजीव दत्ता को चांदी का मुकुट, साफा, बड़ी माला और गदा भेंटकर उनका सम्मान किया। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए किट भी वितरित की गई, ताकि उनका उत्साह और बढ़े।

खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिए किट वितरण
इस अवसर पर खिलाड़ियों को किट वितरित की गई। यह किट खिलाड़ियों को खेलने की बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और उनके प्रदर्शन में सुधार लाने के उद्देश्य से दी गई। यह कदम राजस्थान के कुश्ती को एक नई दिशा देने के लिए उठाया गया था।
राजीव दत्ता का कुश्ती के प्रति प्रेम और प्रतिबद्धता
समारोह में राजीव दत्ता ने कहा कि उनके पिता भी कुश्ती के खिलाड़ी थे और बचपन से ही उनका मन कुश्ती के लिए कुछ करने का था। उन्होंने बताया कि राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष बनते ही, उनकी पहली प्राथमिकता यह थी कि गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को एक लाख, सिल्वर मेडल को 51 हजार, और ब्रॉन्ज मेडल विजेता को 31 हजार का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

खिलाड़ियों की बेहतर सुविधाओं के लिए नई योजनाएं
राजीव दत्ता ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि उनकी कोशिश होगी कि राजस्थान के कुश्ती खिलाड़ियों और पहलवानों को कुश्ती संघ (Wrestling Association for wrestling players and wrestlers) द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसमें खिलाड़ियों को उनके प्रशिक्षण के लिए उचित खुराक, खेल मैट और गद्दे सहित सभी आवश्यक संसाधन शामिल होंगे। उनका लक्ष्य यह है कि राजस्थान के खिलाड़ी भी हरियाणा की तरह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करें और राज्य का नाम रोशन करें।
राजस्थान को कुश्ती के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का लक्ष्य
राजीव दत्ता ने यह भी कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य राजस्थान के कुश्ती खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद करना है। इसके लिए कुश्ती संघ के हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि खिलाड़ी अपने खेल में और अधिक सुधार कर सकें और राज्य को गौरव प्रदान कर सकें।
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राजीव दत्ता का यह भरतपुर दौरा न केवल एक स्वागत समारोह था, बल्कि यह राजस्थान कुश्ती संघ के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक भी था। उनके नेतृत्व में कुश्ती के खेल को एक नई दिशा मिल सकती है, जिससे राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेंगे।