जयपुर। बीजेपी संगठन चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष (National Organization General Secretary BL Santosh) ने स्पष्ट और निर्णायक बयान दिया है कि पार्टी के संगठन चुनाव में पहले पूरे मंडल अध्यक्ष घोषित (First declared whole board president) किए जाएंगे, फिर जिला अध्यक्ष की घोषणा (Then the announcement of the District President) होगी। उनके मुताबिक, इस प्रक्रिया के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा, चाहे इसमें कितना भी समय क्यों न लग जाए। बीएल संतोष ने संगठन चुनाव में पारदर्शिता और सही प्रक्रिया की अहमियत को बल दिया।
मंडल अध्यक्ष घोषित होने के बाद ही जिलाध्यक्ष होंगे नियुक्त
बीएल संतोष ने कहा कि बीजेपी संगठन चुनाव प्रक्रिया में इस बार एक नया दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। उनका कहना है कि पहले हर जिले के मंडल अध्यक्षों का चुनाव हो, उसके बाद ही जिला अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। यह कदम संगठन की ताकत और सही दिशा में बदलाव लाने के लिए उठाया गया है। संतोष का मानना है कि इस प्रक्रिया से बीजेपी के संगठन को मजबूत किया जा सकेगा और आगामी चुनावों में पार्टी को बेहतर परिणाम मिलेंगे।
राजस्थान में 50 फीसदी वाला फार्मूला नहीं चलेगा
बीएल संतोष ने पार्टी के अंदर चल रहे विवादों पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि 50 फीसदी वाला फार्मूला अब बीजेपी में लागू नहीं किया जाएगा। यह फार्मूला काफी समय से चर्चा में था, लेकिन अब पार्टी के अंदर इसे लागू करने का कोई इरादा नहीं है। बीजेपी के संगठन चुनाव अधिकारी को अगले 5 दिनों का समय दिया गया है, और इस दौरान सभी करीब 1,000 मंडल अध्यक्षों की घोषणा की जानी चाहिए।
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मंडल अध्यक्षों की घोषणा का संकल्प
राजस्थान में बीजेपी संगठन चुनाव की प्रक्रिया में अभी तक 33 जिलों में मंडल अध्यक्षों की घोषणा की जा चुकी है। हालांकि, इन जिलों में भी कई मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति अधूरी रही है। लगभग एक दर्जन मंडलों में आधे ही अध्यक्ष घोषित हुए हैं, जबकि बाकी की नियुक्ति अगले जिला अध्यक्ष के द्वारा की जाएगी। बीएल संतोष ने इस प्रक्रिया को असंतोषजनक मानते हुए इसे सुधारने की आवश्यकता जताई है। उनका कहना है कि सही प्रक्रिया के तहत ही बीजेपी संगठन को हर स्तर पर मजबूती दी जा सकती है।