टोंक/जयपुर,(शिवराज बारवाल मीना)। जयपुर में पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित मानवतावादी दृष्टिकोण विचारधारा (humanistic approach ideology) का दो दिवसीय सम्मेलन (two day conference) सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य समाज में व्याप्त अंधविश्वासों को समाप्त कर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए लोगों को जागरूक करना था। आयोजन के संयोजक व संरक्षक, सीनियर आईपीएस अधिकारी किशन सहाय मीणा (IPS officer Kishan Sahay Meena) ने अपने वक्तव्य में विज्ञान को विकास का एकमात्र सही मार्ग बताया। उन्होंने कहा कि भगवान, अल्लाह, गॉड जैसी अवधारणाएं केवल कल्पना मात्र हैं और इनके कारण समाज भटकाव की ओर चला जाता है।
अंधविश्वास के खिलाफ आईपीएस किशन सहाय की मुहिम
सीनियर आईपीएस अधिकारी किशन सहाय (IPS Kishan Sahay Meena) कई वर्षों से धार्मिक अंधविश्वासों और मृत्युभोज जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उन्होंने अपने पद पर रहते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से एक आदेश भी जारी किया था, जिसमें मृत्यु भोज आयोजित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान रखा गया। इस मुहिम की सराहना विभिन्न सामाजिक संगठनों ने की है। उनका मानना है कि समाज को अंधविश्वास और रूढ़िवादी परंपराओं से मुक्त कराकर ही देश को प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ाया जा सकता है।
अर्पित द्विवेदी का विज्ञान आधारित दृष्टिकोण
सम्मेलन के प्रमुख वक्ता अर्पित द्विवेदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के लोग अभी भी जातिवाद और धार्मिक कट्टरता में बंटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी आजादी किसी भगवान, अल्लाह या गॉड की वजह से नहीं मिली, बल्कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की मेहनत और बलिदान से मिली। उन्होंने समाज में व्याप्त अंधविश्वासों को दूर करने के लिए विज्ञानवाद अपनाने पर जोर दिया। उनका मानना है कि विज्ञान ही प्रगति का वास्तविक मार्ग है और धार्मिक कट्टरता को त्यागे बिना समाज में कोई सुधार संभव नहीं है।

मानवतावादी विश्व समाज: एक नई विचारधारा
सम्मेलन में मानवतावादी विश्व समाज के निर्माण की अवधारणा को विस्तार से समझाया गया। सीनियर आईपीएस किशन सहाय (IPS Kishan Sahay Meena) ने कहा कि मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाकर ही एक आदर्श समाज का निर्माण किया जा सकता है। इसका उद्देश्य अंधविश्वास मुक्त, जाति विहीन, नस्लभेद मुक्त और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से युक्त समाज का निर्माण करना है। उन्होंने इस विचारधारा को युग परिवर्तनकारी बताया और कहा कि यह समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करेगी।
युवा पीढ़ी को विज्ञान की ओर बढ़ने की सलाह
सम्मेलन में किशन सहाय ने विशेष रूप से युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे पुरानी रूढ़िवादी सोच को छोड़कर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने कहा कि यदि युवा पीढ़ी सही और गलत की पहचान कर लेती है, तो समाज में बदलाव लाना आसान होगा। उन्होंने विज्ञान को ही विकास का मूल आधार बताते हुए कहा कि दुनिया में जितनी भी प्रगति हुई है, वह विज्ञान की देन है, न कि किसी धार्मिक चमत्कार की।
सम्मेलन में देशभर के विद्वानों की भागीदारी
इस दो दिवसीय सम्मेलन में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों से प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया। प्रमुख वक्ताओं में बाबूलाल बराला, पतराम मीणा, जसवंत सिंह मुहाली, भूरासिंह भटिंडा, विजय कुमार मौर्य, शकिल अहमद, महेंद्र परिहार, रिटायर्ड आईपीएस हरिराम, मनीष मीणा, सरोज बेनीवाल जैसे विद्वान शामिल थे। इन सभी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को खत्म करने के लिए वैज्ञानिक सोच को अपनाने का संदेश दिया।
सम्मेलन का समापन और जागरूकता का संदेश
सम्मेलन के समापन पर वक्ताओं ने समाज में अंधविश्वास को समाप्त करने और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों ने मानवतावादी दृष्टिकोण को अपनाने का संकल्प लिया। आयोजक किशन सहाय ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह केवल एक शुरुआत है, आगे भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
इस दो दिवसीय मानवतावादी सम्मेलन में प्रदेशभर के साथ-साथ देशभर के अनेक भागों से राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, गुजरात, सहित कई राज्यों से अलग-अलग विषयों पर प्रतिष्ठित वक्ताओं ने व्याख्यान किया। अलग-अलग विषय पर कार्यक्रम के संयोजक किशन सहाय, मानवतावादी विश्व समाज विचारधारा संगठन के अध्यक्ष बाबूलाल बराला, पतराम मीणा पूर्व सीनियर प्रशासनिक अधिकारी, जसवंत सिंह मुहाली, भूरासिंह भटिंडा पंजाब, ललूराम करौली, प्रदीप कुमार मध्यप्रदेश, विजय कुमार मोर्या उत्तरप्रदेश, शकिल अहमद, महेन्द्र परिहार अजमेर, मस्तराम, विकास निठारवाल, सरोज बेनीवाल, रिटायर्ड आईपीएस हरिराम, मीना देवी, सुरेश मीणा किशोरपुरा, कमल मीणा बरथल निवाई टोंक, मनीष मीणा बनेठा टोंक सहित कई वक्ताओं ने सभी पधारे हुए लोगों को मानवतावादी दृष्टिकोण विचारधारा से जागरूक किया। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता मीडिया पार्टनर भरत देवड़वाल निवाई, रामफुल गुर्जर पीपलू, समाज सेवी विक्रम सीकर, चंपालाल जस्टाना, रामकुमार बस्सी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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इस दो दिवसीय आयोजन में कई सामाजिक कार्यकर्ता और मीडिया पार्टनर्स भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।