जयपुर। चीन में तेजी से फैल रहे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। इसी कड़ी में राजस्थान के डूंगरपुर (Dungarpur of Rajasthan) जिले के एक बच्चे में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं। दो महीने के इस बच्चे की तबीयत खराब होने पर उसे अहमदाबाद के चांदखेड़ा इलाके के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मासूम बच्चे की हालत स्थिर, उपचार जारी
अस्पताल में की गई जांच में पुष्टि हुई कि बच्चे में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का संक्रमण (HMPV Virus) है। चिकित्सकों ने बताया कि फिलहाल बच्चे की स्थिति स्थिर है और उसका इलाज जारी है। सांस लेने में परेशानी के चलते इस वायरस की पहचान हुई।
राजस्थान में एडवाइजरी जारी
कर्नाटक में HMPV का पहला मामला सामने आने के बाद कई राज्यों में एडवाइजरी जारी (Advisory issued in many states) की जा चुकी है। अब राजस्थान के बच्चे में लक्षण मिलने के बाद जल्द ही राज्य में भी एडवाइजरी जारी होने की उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात बरतने की सलाह दी है ताकि इस वायरस के प्रसार को रोका जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस वायरस को लेकर एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय के अनुसार, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस भी अन्य श्वसन संक्रमणों की तरह है, जो सर्दी के मौसम में फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है। मंत्रालय ने खांसते-छींकते समय मुंह ढकने, हाथों की स्वच्छता बनाए रखने, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है। साथ ही, बीमार होने पर दूसरों से दूरी बनाए रखने की हिदायत भी दी गई है।
चिकित्सा विभाग की तैयारी और सतर्कता
केंद्रीय एडवाइजरी के बाद राजस्थान के चिकित्सा विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग के डायरेक्टर पब्लिक हेल्थ डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि चीन में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसे देखते हुए राजस्थान में भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सभी कंट्रोलिंग ऑफिसर्स को इस वायरस से संबंधित आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
कोविड जैसे लक्षण और जोखिम
सवाई मानसिंह अस्पताल के रेस्पिरेटरी एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजिस्ट डॉ. अजीत सिंह के अनुसार, यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक आयु) को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। डॉ. सिंह ने बताया कि HMPV एक RNA वायरस है और इसके लक्षण काफी हद तक कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं। इस वायरस से संक्रमित मरीजों में निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं:
- सर्दी, खांसी और जुकाम
- बुखार और गले में खराश
- सांस लेने में कठिनाई
- निमोनिया और ब्रोंकाइटिस की संभावना
- कुछ मामलों में शरीर पर रैशेज भी हो सकते हैं
- बचाव के उपाय
डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि इस वायरस से बचाव के लिए कोविड-19 के समय अपनाई गई सावधानियों का पालन करना जरूरी है। उन्होंने निम्नलिखित उपायों को अपनाने की सलाह दी:
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग करें।
- हाथों की स्वच्छता बनाए रखने के लिए सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- खांसी या जुकाम होने पर टिशू पेपर का उपयोग करें।
- बीमार महसूस करने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- दवाओं की उपलब्धता और इलाज
डॉ. सिंह के अनुसार, फिलहाल इस वायरस का कोई विशिष्ट इलाज उपलब्ध नहीं है। सर्दी और जुकाम में इस्तेमाल होने वाली दवाओं से ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से घबराने की बजाय सावधानी बरतना ही सबसे बेहतर उपाय है।
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सरकार की स्थिति पर नजर
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि विभाग स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करें। विभाग ने राज्य के सभी चिकित्सा केंद्रों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध मामले की तुरंत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।