राजस्थान में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। उत्तरी हवाओं के प्रभाव के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में सर्दी ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद उत्तर भारत में सर्द हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी (Cold winds increased the chill in the plains) है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का अलर्ट जारी (Severe cold and cold wave alert issued) किया है, जिससे लोगों की दिनचर्या पर असर पड़ रहा है।
शीतलहर को लेकर 13 जिलों में अलर्ट जारी
राजस्थान के 13 जिलों में मौसम विभाग ने शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया (Meteorological Department issues yellow alert of cold wave in 13 districts) है। इन जिलों में अलवर, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, झुंझुनूं, करौली, सीकर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर और श्रीगंगानगर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। सबसे ठंडा माउंट आबू रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
सर्द हवाओं से बढ़ी ठिठुरन
प्रदेश में सर्द हवाओं ने ठिठुरन को बढ़ा दिया है। बीती रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही, जिसमें तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। दिन और रात के तापमान में 22 डिग्री सेल्सियस का अंतर देखने को मिला। दिन का अधिकतम तापमान 28.1 डिग्री सेल्सियस पर रहा, जबकि न्यूनतम तापमान कई शहरों में 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
ग्रामीण और शहरी इलाकों में बदलाव
ठंड का असर न केवल ग्रामीण बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। ग्रामीण इलाकों में सर्दी का फायदा रबी फसलों को मिल रहा है। गेहूं, सरसों, प्याज, और लहसुन की फसलें ठंड में अच्छी तरह पनप रही हैं। वहीं, शहरी इलाकों में सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़ों और गरिष्ठ भोजन की मांग बढ़ गई है। बाजारों में गर्म नाश्ते और सूप की बिक्री जोर पकड़ रही है।
रेगिस्तानी इलाकों में भी सर्दी का प्रकोप
जोधपुर और बीकानेर जैसे रेगिस्तानी इलाकों में भी सर्दी का असर देखने को मिल रहा है। यहां तापमान सिंगल डिजिट में पहुंच गया है। बीकानेर और श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। शेखावाटी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान के तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।
ठंड से बचने के जतन
सर्दी के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ गई है। ठंड से बचने के लिए दिनचर्या में बदलाव आ गया है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में राज्य के कुछ हिस्सों में शीतलहर के और तेज होने की संभावना (Cold wave likely to intensify further) जताई है। उत्तरी हवाओं के चलते तापमान में और गिरावट आ सकती है। राजस्थान के लोगों को आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा।
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राजस्थान में सर्दी के इस बदले मिजाज ने लोगों को सतर्क कर दिया है। ठंड का यह मौसम न केवल जीवनशैली में बदलाव ला रहा है, बल्कि कृषि और बाजार पर भी इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है।