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कलयुगी पिता ने अपने ही 10 माह के मासूम पुत्र की सिर के बल जमीन पर पछाड़ कर दी हत्या

Kalyugi father killed his own 10 month old innocent son by throwing him on the ground on his head

बूंदी। जिले के कापरेन थाना क्षेत्र के डोलर गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसमें एक पिता ने अपने ही 10 माह के मासूम पुत्र की निर्ममता से हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलते ही कापरेन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया गया है और शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

डोलर गांव में रविवार सुबह करीब 5 बजे यह घटना बताई जा रही है। आरोपी पिता जितेंद्र उर्फ जीतू बेरवा ने अपने 10 माह के बेटे की हत्या (Murder of 10 month old son) कर दी। घटना के समय परिवार के सभी सदस्य आंगन में सो रहे थे, और बच्चा अपनी मां के पास नींद में सो रहा था। अचानक, आरोपी ने उठकर मासूम के दोनों पैर पकड़े और उसे उठाकर सिर के बल जमीन पर पटक दिया (knocked on the ground with one’s head)। इससे बच्चे के सिर में गंभीर चोट आई और वह अचेत हो गया। घर में हड़कंप मच गया, और परिजन तुरंत बच्चे को स्थानीय अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

आरोपी पिता मूल रूप से तालेड़ा थाना क्षेत्र के बड़ूदा गांव का निवासी है, लेकिन वह अपने ससुराल डोलर में रह रहा था। उसके पहले से तीन बेटियां हैं, और मृतक उसका इकलौता 10 महीने का पुत्र था। जानकारी के अनुसार, आरोपी पहले ईंट भट्टा चलाता था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से उसकी मानसिक स्थिति खराब होने के कारण वह अपने ससुराल में रह रहा था। परिवार ने उसकी मानसिक स्थिति के लिए किसी चिकित्सक से इलाज नहीं कराया था, बल्कि देवी-देवताओं के माध्यम से उसका इलाज करवा रहे थे।

इस दुखद घटना के बाद परिवार में शोक का माहौल है। 10 माह के मासूम की मौत (Murder of 10 month old son) के बाद उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है, क्योंकि उसका इकलौता पुत्र अपने ही पिता के हाथों मौत के आगोश में समा गया।

कापरेन थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और इस हत्याकांड की जांच कर रही है।

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यह घटना न केवल हृदयविदारक है, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी की ओर भी इशारा करती है। आरोपी की मानसिक स्थिति खराब होने के बावजूद उसे सही समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिल पाई, जिसका नतीजा एक मासूम की जान जाने के रूप में सामने आया। फिलहाल, पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है ।

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