राजस्थान के डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज (Dungarpur Medical College) में सीनियर छात्रों की बेरहमी का शिकार एमबीबीएस फर्स्ट ईयर का छात्र (MBBS first year student) हर्ष खन्ना हुआ है। 15 मई को एमबीबीएस सेकंड ईयर के सात छात्रों ने हर्ष को कॉलेज की पास वाली पहाड़ी पर बुलाया। सीनियर छात्रों ने वहां उससे 300 उठक बैठक लगवाए गए। इससे उसकी पहाड़ी पर ही तबियत बिगड़ गई।
दो साल पहले शुरू हुए डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के सीनियर छात्रों ने डेढ़ महीने पूर्व प्रथम वर्ष के एक छात्र की इतनी सख्ती पूर्वक रैगिंग ली कि वह अब जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। कॉलेज प्रिंसिपल ने रैगिंग लेने के सात आरोपी छात्रों को निलंबित (Seven accused students suspended) कर दिया और उनके खिलाफ थाने में केस भी दर्ज कराया है।
दरअसल, डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में सीनियर छात्रों की बेरहमी का शिकार एमबीबीएस फर्स्ट ईयर का छात्र (MBBS first year student becomes victim of cruelty of senior students) हर्ष खन्ना हुआ है। 15 मई को एमबीबीएस सेकंड ईयर के सात छात्रों ने हर्ष खन्ना को कॉलेज की पास वाली पहाड़ी पर बुलाया। सीनियर छात्रों ने वहां उससे 300 उठक बैठक लगवाए गए। इससे उसकी पहाड़ी पर की तबियत बिगड़ गई। नाजुक हालत में सीनियर छात्रों ने उसे डूंगरपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। तबियत खराब होने की खबर मिलने पर हर्ष के परिजन भी डूंगरपुर पहुंचे। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि अधिक प्रताड़ित किए जाने से हर्ष की किडनी और लिवर पर बुरा असर पड़ा (Had adverse effects on kidneys and liver) है। इसके बाद परिजन उसे उपचार के लिए अहमदाबाद ले गए। वहां उसका चार बार डायलासिस हो चुका है। लेकिन, अब तक वह पूरी तरह स्वस्थ्य नहीं है।
कमेटी ने जांच में आरोप सही पाए
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एस बाला मुरुगनवेलू ने एमबीबीएस सेकंड ईयर के छात्र देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रविन्द्र कुलरिया, अमन राजोरा, सुरजीत सिंह, विश्वेन्द्र धायल, सिद्धार्थ परिहार को कॉलेज से निलंबित कर दिया है। इन सातों छात्रों के खिलाफ प्रचार्य ने 20 जून को एंटी रैगिंग कमेटी बिठाई थी। 25 जून को कमेटी ने जांच रिपोर्ट में आरोपी को सही बताया। जिसके बाद सातों आरोपी छात्रों के खिलाफ 26 जून को प्राचार्य मुरगुनवेलु ने डूंगरपुर के सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
डूंगरपुर सदर थाने के थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बुधवार को बताया कि कथित रैगिंग की यह घटना (This incident of alleged ragging) 15 मई को हुई जब वरिष्ठ छात्रों ने पीड़ित को कॉलेज के पास एक जगह पर 300 से अधिक उठक-बैठक करवाई (More than 300 sit-ups were conducted), इससे पीड़ित के गुर्दे पर गंभीर असर पड़ा और उसमें संक्रमण हो गया। थानाधिकारी ने बताया कि कॉलेज की एंटी-रैगिंग’ कमेटी की जांच में दोषी पाए जाने के बाद कॉलेज प्रिंसिपल ने मंगलवार को सात आरोपी छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि उससे पहले भी वरिष्ठ छात्रों ने उसकी रैगिंग की थी, लेकिन उसने इसकी शिकायत नहीं की थी। ताजा घटना उस समय सामने आई जब 20 जून को कॉलेज प्रशासन को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए शिकायत मिली, जिसके बाद जांच की गई।ष्अहमदाबाद के एक अस्पताल में इलाज कराने के बाद छात्र लौटा और जून में फिर से कॉलेज में दाखिल हुआ।
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पुलिस के अनुसार सात छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, इनकी पहचान देवेंद्र मीणा, अंकित यादव, रवींद्र कुलड़िया, सुरजीत कुमार, विष्णेंद्र धायल, सिद्धार्थ परिहार और अमन रागेरा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि इन छात्रों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।