राजस्थान के जयपुर के विद्याधर नगर थाने में एक नामी टेंट कारोबारी रवि जिंदल के खिलाफ किशोरी से दुष्कर्म करने का मामला दर्ज (Case registered against famous tent businessman Ravi Jindal for raping a teenage girl) हुआ है। 15 वर्षीय दलित किशोरी से दुष्कर्म करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और एसटी- एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है। आरोपी ऑल इंडिया टेंट डेकोरेशन वेलफेयर एसोसिएशन नई दिल्ली का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया जा रहा है।
मामला हाई प्रोफाइल का होने के कारण मामले की जांच एसीपी माणक चौक डॉ हेमंत कुमार को सौंपी गई है। विद्याधर नगर थाना पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया है। मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़िता के 164 के बयान भी दर्ज करवाए गए हैं। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस के अधिकारी भी कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर बारीकी से मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा के मुताबिक 15 वर्षीय किशोरी के परिजनों ने विद्याधर नगर थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है। परिवादी की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है कि 15 वर्षीय किशोरी सीकर रोड पर एक नामी टेंट कारोबारी के घर पर छोटे-छोटे बच्चों की देखरेख का काम करती थी। 2 अप्रैल को किशोरी को अकेला देखकर आरोपी ने अपने कमरे में बुलाकर पैर दबाने के लिए कहा। पीड़िता आरोपी के कहने पर पैर दबाने लगी, तो आरोपी ने किशोरी के साथ छेड़छाड़ करना शुरू कर दिया और जबरदस्ती पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता रोने लगी, तो उसे डरा धमकाकर चुप करवा दिया। आरोपी की धमकी से पीड़ित डर गई और अपने परिजनों को भी कुछ भी नहीं बताया। पीड़िता डरी-सहमी चुपचाप अपने घर पर चली गई। कुछ दिन से पीड़ित बिल्कुल गुमसुम रह रही थी। डर की वजह से पीड़िता दोबारा आरोपी के घर काम के लिए भी नहीं गई। दुष्कर्म की वारदात के बाद पीड़िता घर में भी डरी-सहमी रहने लगी।
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परिजनों ने काम पर नहीं जाने का कारण पूछा तो पीड़ित किशोरी ने तबीयत खराब होने का बहाना करके आरोपी के घर पर काम के लिए जाने से मना कर दिया। काफी दिन तक पीड़िता को टेंशन में देखकर परिजनों ने जोर डालकर कारण पूछा, तो 28 अप्रैल को पीड़िता ने अपने परिजनों को पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। इसके बाद 29 अप्रैल को पीड़िता अपने परिजनों के साथ विद्याधर नगर थाने में पहुंची और रिपोर्ट दर्ज करवाई।