चित्तौड़गढ़। जिले के बेगूं क्षेत्र में मोटरसाइकिल सवार एक वेटनरी कम्पाउंडर पर 11 केवी का बिजली का तार टूटकर गिरने से दर्दनाक मौत (Painful death due to breaking of 11 KV electric wire at Veterinary Compounder) हो गई। बाइक सवार जिंदा ही मौके पर जल गया। हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने तहसीलदार की गाड़ी को आग लगा दी (Tehsildar’s car set on fire)। घटना बेगूं क्षेत्र के रायती गांव के पास की हैं।
जानकारी के अनुसार निजी वेटनरी कम्पाउंडर 35 वर्षीय संजय शर्मा निवासी गुलाना, बेगूं परख्या खेड़ी में बीमार पशु का इलाज करने जा रहा था। बेगूं-रावतभाटा रोड़ पर स्थित रायती गांव के पास चलती बाइक पर 11 केवी बिजली का तार टूटकर गिर गया जिससे संजय बाईक समेत मौके पर ही जिन्दा जल गया। आसपास के ग्रामीणों ने बिजली बंद करने के लिए ग्रिड स्टेशन पर कॉल किया। तब तक 11 केवी के तार गिरने (11 KV wire falling) से संजय शर्मा जिंदा ही मौके पर जल गया और बाईक में भी जल गई।
आक्रोशित ग्रामीणों ने तहसीलदार की कार को किया आग के हवालें
हादसे के बाद ग्रामीणों ने सड़क मार्ग पर जाम लगाते हुए बिजली विभाग के एईएन और जेईइन को निलंबित करने और मृतक की पत्नी को एक करोड़ का मुआवजा व नौकरी देने की मांग करते हुए प्रदर्शन करने लगे। सूचना पर बेगूं पुलिस मौके पर पहुंची, बेगूं तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी और बेगूं थानाधिकारी रविन्द्र सिंह मय जाब्ता के मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने मौके से शव नहीं उठाने दिया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और तहसीलदार के सरकारी वाहन में तोड़फोड़ करते हुए आग लगाकर फूंक डाला।
यह भी पढ़े: तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर ने ससुर और गर्भवती बहू को कुचला, एक साथ जली दो चिताएं
मृतक की पत्नी को 11 लाख का मुआवजा देने पर बनी सहमति
मामला बढ़ने पर जिला कलक्टर आलोक रंजन, एसपी सुधीर जोशी, बेगूं विधायक सुरेश धाकड़ समेत अतिरिक्त पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और आक्रोशित ग्रामीणों से काफी देर तक समझाईश की। बाद में मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी देने, मृतक के परिजनों को 11 लाख का मुआवजा राशि देने और जेईएन और एईएन को निलंबित करने पर सहमति बनी। सहमति के बाद घटना स्थल से शव को उठाया और पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।