कोटा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) कोटा की स्पेशल टीम में चित्तौड़गढ़ में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसीबी टीम ने वन मंडल अधिकारी कार्यालय चित्तौड़गढ़ में रिश्वत लेते रेंजर राजेंद्र चौधरी व सहायक वनपाल राजेंद्र मीणा को ट्रैप किया है। दोनो आरोपी परिवादी का बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे थे।
ट्रैप किए दोनों आरोपी रावतभाटा के बोरव रेंज में पदस्थापित हैं। परिवादी को रिश्वत की रकम लेकर चित्तौड़गढ़ जिला वन मंडल कार्यालय बुलाया था। जहां सहायक वनपाल ने परिवादी से 78 हजार नगद व 1 लाख 20 हजार का चेक लिया।
गड्ढे खोदने का टेंडर लिया था
एडिशनल एसपी मुकुल शर्मा ने बताया कि परिवादी ने बोरव रेंज में गड्ढे खोदने का टेंडर लिया था। जिसका काम भी पूरा हो चुका है। परिवादी की फर्म का 21 लाख का भुगतान बकाया चल रहा था। 31 मार्च तक बकाया भुगतान करने की एवज में सहायक वनपाल राजेंद्र मीणा, रेंजर राजेंद्र चौधरी के लिए 20 प्रतिशत व खुद के लिए दो प्रतिशत कमीशन मांग रहा था।
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परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने सत्यापन कराया। सत्यापन के दौरान आरोपी ने रविवार को 50 हजार की रिश्वत ली। बाकी रिश्वत की रकम लेकर वन मंडल कार्यालय चित्तौड़गढ़ बुलाया। सोमवार शाम को जैसे ही परिवादी ने आरोपी को रिश्वत की राशी सौपी। इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने दोनों को दबोच लिया। फिलहाल मौके पर कार्रवाई जारी है।