कोटा। राजस्थान के कोटा उत्तर से बीजेपी नेता वसुंधरा राजे के करीबी, गहलोत और धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाने वाले प्रहलाद गुंजल कोटा-बूंदी संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार (Prahlad Gunjal Congress candidate from Kota-Bundi parliamentary seat) हो सकते है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी कोटा-बूंदी सीट से ओम बिरला को एक बार फिर चुनावी रण में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने अब तक सभी अपने उम्मीदवार के नाम ऐलान नहीं किया हैं। इस बीच दोनों पार्टियों में दल बदल का खेल भी जारी है। कांग्रेस खेमे से अब तक तो सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता बीजेपी का दामन थाम चुके हैं। हालांकि, बीजेपी से भी कुछ बड़े दिग्गज कांग्रेस में शामिल हुए हैं। अब एक और नाम सामने आया है, जिससे बीजेपी को झटका लग सकता है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी नेता प्रहलाद गुंजल के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा पुरी तरह जोर पकड़ रही है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर लगातार कई बातें कहीं जा रही है। जिसमें यह भी कहा जा रहा है कि प्रहलाद गुंजल की कांग्रेस से पूरी बात हो गई है। अब वह जल्द ही पार्टी ज्वाइन कर सकते है। आज बुधवार को कांग्रेस सीईसी की बैठक होगी उसमें प्रत्याशी चयन को लेकर निर्णय करेगी और उसके बाद गुंजल के नाम की घोषणा हो सकती है।
गुंजल ने दिए भाजपा छोड़ने के संकेत- सोशल मीडिया पर लिखा- याचना नहीं, अब रण होगा
भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रहलाद गुंजल के कांग्रेस में जाने की चर्चाओं के बीच मंगलवार शाम गुंजल ने अपने X अकाउंट पर प्रख्यात कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता को कोट कर लिखा- “याचना नहीं अब रण होगा।“ गुंजल की इस पोस्ट को भी उनके भाजपा छोड़ने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इस बीच गुंजल के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल में हुए परिवर्तन से इन खबरों को हवा मिली है। गूंजल ने अपने बायो से “मोदी परिवार” हटाया और जोड़ा – “संघर्ष महाभीषण होगा”।
वसुंधरा के करीबियो शामिल है प्रहलाद गुंजल
प्रहलाद गुंजल को वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। हालांकि, वह विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट न मिलने से काफी नाराज हैं। बताया जाता है कि प्रहलाद गुंजल कोटा विधानसभा से टिकट लेने के लिए अपने धुरविरोधी ओम बिरला तक से मुलाकात की थी। क्योंकि कोटा से सारी चीजें फाइनल ओम बिरला के जरिए ही होती है। वहीं, उन्हें कोटा उत्तर से टिकट दिया गया लेकिन वह हार गए। वहीं, उन्होंने टोंक से टिकट की मांग की थी, लेकिन लगता है बीजेपी ने उन पर विश्वास नहीं जताया है।
कोटा से हो सकते हैं कांग्रेस प्रत्याशी
चर्चा है कि प्रहलाद गुंजल को कांग्रेस कोटा से टिकट देने के लिए तैयार हो गई है, माना जा रहा है कि कांग्रेस को भी इसमें फायदा नजर आ रहा है। क्योंकि, कोटा लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी ओम बिरला हैं, यानी दो धुर विरोधी की टक्कर होगी जबकि बीजेपी से आने के बाद प्रहलाद गुंजल को कुछ सपोर्ट उनके सपोर्ट्स का होगा और कांग्रेस के सपोर्ट से जीत तय हो सकती है। हालांकि, प्रहलाद गुंजल का कांग्रेस में विरोध भी हो सकता है, ऐसे में राह आसान नहीं होगी।
प्रहलाद गुंजल के कांग्रेस में आने की अभी पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि प्रहलाद गुंजल का कांग्रेस में विरोध हो सकता है। क्योंकि प्रहलाद गुंजल वही बीजेपी नेता है जो चंबल रिवर फ्रंट के खिलाफ एनजीटी को शिकायत की थी, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था। वहीं, मामला इतना बढ़ गया था कि तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत चंबल रिवर फ्रंट के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का दौरा रद्द करना पड़ा था। वहीं, गुंजल ने सरकार पर काफी गंभीर आरोप लगाए थे। चंबल रिवर फ्रंट मामले की जांच अब भी चल रही है। जिसमें 1500 करोड़ रुपये के घपले का आरोप लगाया गया है।
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प्रहलाद गुंजल अगर कांग्रेस में शामिल होते हैं तो कोटा की सियासत में नया मोड़ देखने को मिलेगा। वहीं, प्रहलाद गुंजल को कांग्रेस में शामिल करने के लिए पार्टी को भी काफी समझौते करने होंगे। दूसरी ओर बीजेपी में ओम बिरला के लिए परेशानी बढ़ेगी। जबकि वसुंधरा राजे के कुनबे से एक और बड़ा नेता कम हो जाएगा।