टोंक। राजस्थान के टोंक में शहर में चल रहे अवैध बूचड़खानों (illegal slaughterhouses) की सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया (MP Sukhbir Singh Jaunpuria) द्वारा की गई शिकायत के बाद गुरूवार को जिला प्रशासन हरकत में आया। जिला कलेक्टर ओमप्रकाश बैरवा, पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज वर्मा सहित पुलिस और प्रशासनिक लवाजमे ने शहर के कमेला पहुंच कर आसपास लगी बंबूल और झाड़ियों को हटाने की कार्रवाई शुरू करवाई। इससे पहले नगर परिषद आयुक्त ममता नागर, उपखंड अधिकारी कपिल शर्मा ने प्रशासन के आला अधिकारियों को पूर्व में किए गए दौरे और तैयार की गई रिपोर्ट और मौका स्थिति से अवगत भी कराया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को पशु वध के कोई ताज़ा निशान मौके पर नज़र नहीं आए (No fresh signs of animal slaughter were seen at the spot)। कलेक्टर एसपी सहित तमाम अधिकारियों ने कमेले से उठने वाली सड़ांध और बदबू को महसूस किया और इससे बचने के लिए मुंह पर रुमाल और मास्क लगा लिया। बदबू से यहां हर कोई बेहाल नज़र आया। अधिकारियों ने पैदल घूम कर पूरे इलाके का बारीकी से निरीक्षण कर हर चीज को देखा।
वहीं इस दौरान अधिकारियों ने ताले लगे हुए कमरों और गोदामों को भी खुलवा कर जांचा (The rooms and warehouses were also opened and checked.) गया। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मीट की दुकानों के लाइसेंस और वैध बूचड़खाने की भी मांग (Demand for license of meat shops and legal slaughter house also.) की।
निरीक्षण के दौरान मीडिया से बात करते हुए जिला कलेक्टर ओमप्रकाश बैरवा ने कहा कि किसी भी हाल में अवैध गतिविधियों को संचालित नहीं होने दिया जाएगा। इस मामले में सभी क़ानूनी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मीट शॉप्स के लाइसेंस और वैध बूचड़खाने को लेकर भी कलेक्टर ने वैधानिक कार्यवाही करने की बात कहीं।