बूंदी। जिले में 25 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव 2023 के मतदान का निर्वाचन विभाग ने फाइनल वोटिंग प्रतिशत का आंकड़ा जारी कर दिया है, जिसके अनुसार बूंदी जिले में कूल 77.16 प्रतिशत मतदान (Total 77.16 percent voting in Bundi district) हुआ है। इसके बाद प्रत्यशियो का चुनावी गणित बिगड़ता दिख रहा है। हालाकिं मतगणना 3 दिसंबर होगी, दोपहर तक सभी परिणाम सामने आने की संभावना है। फिलहाल, प्रत्याशियो के भाग्य ईवीएम में बंद हो चुका है। जिन्हें स्ट्रोंग रूम में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।
निर्वाचन विभाग के अनुसार केशोरायपाटन विधानसभा सीट पर 73.51 प्रतिशत मतदान हुआ है, यहां 2018 में 72.03 वोटिंग प्रतिशत रहा था। बूंदी विधानसभा सीट पर 76.57 प्रतिशत मतदान रहा जबकि यहां 2018 में 75.71 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं हिंडोली विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 81.54 प्रतिशत मतदान हुआ है। वर्ष 2018 के चुनाव में यहां 80.14 वोटिंग प्रतिशत रहा था।

बूंदी जिले की तीनों विधानसभा चुनाव में इस बार चुनाव का परिणाम चौंकाने वाला रहने की संभावना है। यहां बूंदी विधानसभा सीट (Bundi assembly seat) पर भाजपा के अशोक डोगरा के सामने कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा मैदान में रहे, जबकि भाजपा के बागी रुपेश शर्मा ने ताल ठोक कर इलेक्शन को रोचक बना दिया। जिसके चलते दोनों दलों के ही समीकरण बिगडते दिख रहे हैं। वही केशोरायपाटन विधानसभा सीट (Keshoraipatan assembly seat) पर कांग्रेस की ओर से सीएल प्रेमी बैरवा तो भाजपा की ओर से चंद्रकांता मेघवाल के बीच सीधा मुकाबला रहा है। यहां कांग्रेस के बागी राकेश बोयत भी मैदान में रहे, लेकिन इनका ज्यादा असर क्षेत्र में देखने को नहीं मिला।
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हिंडोली में कांटे की टक्कर
हिंडोली विधानसभा सीट (Hindoli assembly seat) पर कांग्रेस के युवा नेता खेल मंत्री अशोक चांदना के सामने भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी ने मुकाबले को कड़ा बना दिया है। यहां भाजपा के प्रभुलाल सैनी के मैदान में आने से दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। जिले यह जिले की सबसे हॉट सीट बन गई है और सभी की निगाहें इसी सीट पर टिकी हुई है। यहां का परिणाम अप्रत्याशित आने की संभावना है। जिले की तीनो विधानसभा सीटों पर वर्ष 2018 के मुकाबले मतदान का प्रतिशत बढ़ा है। अधिक मतदान को लेकर जिले में बड़े बदलाव के कयास लगाए जा रहे है।