राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 (Rajasthan Assembly Elections 2023) के लिए नामांकन भरने का समय समाप्त हो गया है। दरअसल, नामांकन दाखिल करने की समय सीमा सोमवार को दोपहर तीन बजे तक ही थी। आखिरी दिन नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों की लाइन लगी रही, आज प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) समेत कई दिग्गजों ने परचे दाखिल किए। तीन बजे तक सूबे की 200 विधानसभा सीटों के लिए 2015 नामांकन-पत्र दाखिल किए गए हैं। अभी नामांकन पत्रों को अपलोड करने का काम किया जा रहा है, चुनाव आयोग (election Commission) शाम को इसका फाइनल आंकड़ा जारी करेगा।
इसके बाद चुनाव आयोग (election Commission) अब 7 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच करेगा। फिर 9 नवंबर तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकते हैं, उसके बाद आयोग चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगा। बता दे कि इस बार Rajasthan में रिकॉर्ड नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं, वहीं कुछ प्रत्याशियों ने दो-दो, तीन-तीन सैट दाखिल किए हैं। लिहाजा कितने प्रत्याशियों ने कितने नामांकन दाखिल किए हैं इसका वास्तविक आंकड़ा शाम तक ही जारी हो पाएगा।
नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन सबसे ज्यादा नामांकन भरे गए। हमेशा की तरह ही इस बार भी बीजेपी और कांग्रेस की टिकट से वंचित रहे बड़ी संख्या में दावेदारों ने नामांकन दाखिल किया। दोनों की पार्टियों के दावेदार अंत समय तक टिकट मिलने या फिर दबाव की राजनीति के चलते उनमें बदलाव की उम्मीद लगाए बैठे रहे। लेकिन जब पार नहीं पड़ी तो ‘करो या मरो’ का हवाला देते हुए आखिरकर अपने स्तर पर ही चुनाव लड़ने के लिए मैदान में कूद पड़े।
अब नामांकन के बाद बगावत करने वाले प्रत्याशियों को मनाने-रिझाने का दौर चलेगा। पार्टियां बागियों को समझा बुझाकर नाम वापस करवाने की जी तोड़ कोशिश करेगी। यह अलग बात है कि उनकी यह कोशिशें कितनी कारगर हो पाएगी। लेकिन बगावत का खतरा दोनों ही प्रमुख पार्टियों पर मंडराता रहेगा। टिकट वितरण के बाद उपजे असंतोष को कंट्रोल करने के लिए दो दिन मशक्कत करनी पड़ेगी।