Rajasthan में विधानसभा चुनाव (assembly elections) को माहौल बना हुआ है। बता दें कि राज्य की 200 सीटों पर 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। BJP ने राजस्थान के लिए उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसमें ब्यूरोक्रेट्स को भी जगह मिली है। इनमें 1980 बैच के रिटायर्ड IAS अफसर चंद्र मोहन मीणा (Chandra Mohan Meena) को BJP ने चुनावी मैदान में उतारा है। वह बस्सी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे, जो रिजर्व सीट है।
चंद्र मोहन मीणा साल 1980 बैच के आईएएस रहे हैं। वो साल 2014 में वह सेवानिवृत्त हो गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में उन्हें मुख्य सूचना आयुक्त बनाया गया था। चंद्र मोहन मीणा लगातार समाज सेवा के कार्यों में सक्रिय रहे। पिछले दिनों उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली थी और अब भाजपा ने उन्हें बस्सी से प्रत्याशी घोषित करके चुनावी मैदान में उतारा है।
बता दे कि चंद्र मोहन मीणा ने इसी साल जून में BJP ज्वाइन की थी। हाल ही में जब मीणा को राजस्थान में चुनाव लड़ाने की चर्चा शुरू हुई तो पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध भी किया और दिल्ली तक पहुंच गए। BJP के महासचिव (संगठन) बीएल संतोष से मिलकर अपनी नाराजगी जाहिर की। सूत्रों के अनुसार BJP नेताओं का कहना था कि पार्टी अपने कैडर के किसी नेता को टिकट दे लेकिन आउटसाइडर मीणा को टिकट न दे।
बस्सी सीट पर खड़े Chandra Mohan Meena और लक्ष्मण मीणा दोनों आपस में रिश्तेदार हैं। दोनों के गांव आसपास है। दोनों ने एक साथ स्कूल में पढ़ाई की थी। उसके बाद साथ-साथ कॉलेज भी गए। चंद्र मोहन 1980 तो लक्ष्मण 1982 बैच के अधिकारी हैं। जालौर में 1988 से 1990 तक चंद्र मोहन कलेक्टर रहे। उस समय लक्ष्मण एसपी थे। बीकानेर में 2000 से 2002 तक चंद्र मोहन डीसी रहे। तो लक्ष्मी मीणा उस दौरान आईजी का पद संभाल रहे थे। अब दोनों एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं।