उदयपुर। मेनारिया समाज (Menaria Society) में शादी से पहले अब प्री-वेड़िंग नहीं करने, दूल्हा क्लीन शेव ही घोड़ी चढ़ेगा (Only clean shaven groom will ride the mare) और डीजे पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा शादी में सिर्फ महिलाएं नाचेगी। शादी या गौमानी में सिर्फ परिवारजन को ही पहरावणी दी जाएगी, अन्य किसी के लिए कुछ नहीं होगा। मायरा के दौरान 11 पाग एवं इतने ही साड़ी दी जाएगी। यह सब निर्णय रविवार को मेनारिया समाज के चौखला में शामिल दो दर्जन से अधिक गांवों के समाजजनों की महापंचायत में लिया गया।
मेनार गांव में आयोजित हुई पंचायत में सभी ने सुझाव के साथ ही समाज में व्याप्त कुरुतियों को बंद करने का निर्णय लिया। साथ ही शादी में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। समाज की ओर से आदर्श समाज निर्माण की पहल में उठाए गए ठोस निर्णय पर चहुंओर प्रशंसा हो रही है। बैठक में मेनार, रुंडेडा, वाना, बांसडा, खरसान, बाठेडा खुर्द, नीलोद, चौकड़ी, चोरवडी, खेरोदा, मावली डांगियां, फतहनगर, गवारडी, विजयपुरा, रोहिड़ा, इंटाली आदि गांवों पंच मोतबीर बुजुर्ग ग्रामीणों सहित गांवों के युवा मौजूद रहे।
परिवार बिखरने से पहले समाज स्तर पर होगी मध्यस्थता
बैठक में शादी के बाद टूटते परिवार पर विशेष रूप से चर्चा हुई जिसमें लड़का-लड़की के दोनों परिवार में मनमुटाव को लेकर सर्वप्रथम ग्राम स्तर समाधान हो और पंच मोतबीर द्वारा समझाइश की जाएगी। इसके बाद भी लड़की को ससुराल नहीं भेजने और लड़के द्वारा लड़की को नहीं रखने आदि विषयों पर समाज को शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ सामाजिक स्तर कार्रवाई की जाएगी।
मई माह में खरसाण में होगी अगली बैठक
समाज की ओर से मई माह में खरसाण में बैठक होगी, जिसमें समाज द्वारा इस बैठक में जिन नियमों पर एक सहमति नहीं बन पाई है उन पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। मुख्यतः चिड़ी दस्तूर में 5 तोला सोना और सिर्फ एक किलो चांदी ले जाने के नियम प्रस्ताव लाया जाएगा। इसके अलावा अन्य समाज सुधार के नियमों पर चर्चा होगी।
यह भी पढ़े: Talwas : खजूर की पत्तियों से शादी में दूल्हे का सेहरा, संरक्षण के अभाव में ये कला अब हो रही विलुप्त
- ये लिए महत्वपूर्ण निर्णय
- समाज के किसी भी तरह के कार्यक्रम में डीजे पर प्रतिबंध
- शादी के बाद पति पत्नी के जीवित रहते और बिना कानूनी तलाक के कोई दूसरी जगह नहीं जाएगा। समाज उनको दंडित करेगा। यह नियम दोनों पर लागू होगा। इन नियमों के विपरित शादी करने वाले परिवार और उसका साथ देता है तो दोनों पर समाज कार्रवाई करेगा।
- शादी में हमेला पर 11 पाग के अलावा पाग नहीं लेंगे।
- हमटुणी पर केवल 50 पाग व 50 पाग चिड़ी दस्तूर पर देंगे।
- शादी बिंदोली या किसी अन्य धार्मिक कार्यक्रम में सिर्फ महिलाएं ही नृत्य करेगी लड़के नहीं नाचेंगे, साथ ही पैसे नहीं वारा जाएगा।
- शादी या गौमानी में सिर्फ परिवारजन को ही पेरावणी दी जाएगी। मायरा के दौरान 11 पाग एवं इतनी ही साड़ी दी जाएगी।
- शोक निवारण के लिए सिर्फ परिवार सदस्य ही जा सकेंगे।
- माता पिता की सेवा नहीं करने वालों की शिकायत करने वालो को दंडित किया जाएगा।
- लड़की की शादी 18 साल और लड़के की 21 साल की उम्र में करने का आह्वान किया।
- प्री वेडिंग पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। शादी में दूल्हा क्लीन शेव कराना होगा ।
- दूल्हा मेवाड़ी पाग और पारंपरिक पोषाक में ही शामिल होगा।
- बिंदोली बारात में घोड़ी को दो पावों पर नचाने और चारपाई पर नृत्य पर रहेगा प्रतिबंध
- मांगलिक कार्यक्रमों में तय पगड़ियों के अलावा लिफाफा देने की प्रथा बंद रहेगी।