सिरोही, माउंट आबू। राजस्थान का प्रसिद्ध हिल स्टेशन माउंट आबू (Mount Abu) इस बार सर्दियों के आगमन के साथ ही ठंड की चपेट में आ गया है। गुरुवार की सुबह यहां का न्यूनतम तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज (Minimum temperature recorded minus 1 degree Celsius) किया गया। यह नवंबर के महीने में सर्दी का असामान्य रूप है, जो पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है।
माउंट आबू में पिछले कुछ दिनों से सर्द हवाएं (Cold winds) चल रही थीं, लेकिन बुधवार रात अचानक ठंड बढ़ गई। खुले आसमान के नीचे सर्दी का ऐसा प्रकोप था कि लोग गर्म कपड़ों में भी ठिठुरते नजर आए। यह ठंड पिछले 5 सालों में रिकॉर्ड की गई सबसे जल्दी और तीव्र ठंड है, क्योंकि आमतौर पर माउंट आबू में दिसंबर के मध्य से ही ऐसी स्थिति देखने को मिलती थी।
अलाव और गर्म कपड़ों में सिमटते लोग
माउंट आबू के मुख्य बाजारों और पर्यटन स्थलों पर सुबह-सुबह सुनसान सड़कों का नजारा आम हो गया है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव के पास बैठते नजर आ रहे हैं। हालांकि, जैसे ही सूरज की पहली किरण पड़ती है, पर्यटक गर्म कपड़ों में लिपटे (Tourists wrapped in warm clothes) इस ठंड का आनंद लेने निकल पड़ते हैं।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि इस बार ठंड ने उन्हें समय से पहले चौंका दिया है। ठंड के कारण दैनिक गतिविधियों में भी कमी देखने को मिल रही है। सुबह के समय बाजार देरी से खुल रहे हैं और सर्द हवाओं के कारण दुकानें जल्दी बंद हो जाती हैं।
राजस्थान में सर्दी का व्यापक असर
राज्यभर में सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। माउंट आबू के अलावा चित्तौड़गढ़, फतेहपुर और जयपुर (Chittorgarh, Fatehpur and Jaipur) सहित अन्य जिलों में भी तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। चित्तौड़गढ़ में बीते पांच दिनों में रात का तापमान 5 डिग्री तक गिर चुका है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 29.8 डिग्री दर्ज किया गया। फतेहपुर (सीकर) में यहां न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि इस सीजन में अब तक का सबसे कम तापमान है। बाड़मेर में यहां राज्य का सर्वाधिक तापमान 31.8 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन रात होते ही ठंड ने दस्तक दे दी।
कोहरे और सर्द हवाओं ने बढ़ाई मुश्किलें
सर्दी के साथ घना कोहरा (Dense Fog) भी राजस्थान के कई हिस्सों में देखने को मिला। सुबह और शाम को कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे यातायात पर गहरा असर पड़ा है। वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं, और कई लोग गंतव्य तक पहुंचने में देरी का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में सर्द हवाओं के कारण ठंड और बढ़ने की संभावना है। राज्य के उत्तरी हिस्सों में कोहरा मध्यम से घना हो सकता है।
पर्यटन पर ठंड का प्रभाव
ठंड के बावजूद माउंट आबू में पर्यटकों की आवाजाही जारी है। यहां के नक्की झील, दिलवाड़ा मंदिर और सनसेट पॉइंट (Nakki Lake, Dilwara Temple and Sunset Point) जैसे पर्यटन स्थलों पर सुबह के बाद पर्यटक गर्म कपड़ों में घूमते दिखाई देते हैं। कई पर्यटक ठंड का आनंद लेने के लिए विशेष रूप से माउंट आबू का रुख कर रहे हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राजस्थान के कुछ हिस्सों में सर्दी का प्रकोप आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है। इसके साथ ही कोहरे और तेज सर्द हवाओं का असर भी जारी रहेगा। लोगों को सलाह दी गई है कि वे ठंड से बचने के लिए एहतियात बरतें और विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों का ख्याल रखें।
सर्दी से निपटने के लिए सुझाव
गर्म कपड़ों का उपयोग करें और शरीर को ढककर रखें।
अलाव का सहारा लें लेकिन सुरक्षा का ध्यान रखें।
ठंडी हवाओं से बचने के लिए घर के अंदर रहें।
गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
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माउंट आबू और राजस्थान के अन्य हिस्सों में इस बार सर्दी ने समय से पहले दस्तक देकर लोगों को तैयार रहने का संदेश दे दिया है। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है, जिससे यह सर्दी एक यादगार और चुनौतीपूर्ण सर्दी साबित हो सकती है।