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खुलासा: लूट- अपहरण के आरोपी पुलिस गिरफ्त में, लग्जरी लाइफ जीने की चाह में चुनी अपराध की डगर

Disclosure: Police arrested accused of robbery and kidnapping, chose the path of crime in the desire to live a luxury life

टोंक, (चेतन वर्मा)। बीती 29 मार्च को क्षेत्र के राजमहल निवासी एक युवक के साथ बीसलपुर से राजमहल (Bisalpur to Rajmahal) आने वाले सुनसान रास्ते पर अपहरण कर लूट व मारपीट की घटना को अंजाम (Kidnapping, robbery and assault) देने वाले आरोपी पुलिस की गिरफ्त में (The accused is in police custody) आ चुके हैं।

पुलिस उपाधीक्षक देवली राम सिंह जाट ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि राजमहल निवासी जितेंद्र पाराशर जो की 29 मार्च की देर शाम मोटरसाइकिल द्वारा केकड़ी से अपने गांव राजमहल की और आ रहा था इस दौरान बीसलपुर से राजमहल के बीच सुनसान रास्ते पर कार सवार बदमाशों ने जितेंद्र की मोटरसाइकिल को पीछे से टक्कर मारकर गिरा दिया व इलाज के बहाने अपनी कार में डालकर ले गए जहां रास्ते मे ही आंखों में लाल मिर्च का पाउडर डालकर चाकू की नोक पर जेब में रखे पैसे, एटीएम क्रेडिट कार्ड व पहने हुए सोने के आभूषण लूट लिए (ATM credit card and gold jewelery looted) व पीड़ित को मारपीट कर लहूलुहान हालत में बाहरला पोलिया के चौराहे पर पटक कर चले गए। उक्त मामले की रिपोर्ट देवली थाने में दर्ज करवाई गई थी। जहां ब्राह्मण समाज के द्वारा मुख्यमंत्री, राज्यपाल, उपखंड अधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक को ज्ञापन भी सौंप गए थे।

ऐसे की वारदात
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह टोंक से टोडारायसिंह की तरफ किसी खाने के प्रोग्राम में शामिल होने के लिए रवाना हुए थे शाम को खाना खाने के बाद जैसे ही टोंक के लिए वापस निकले तो अपने ऐसो आराम लग्जरी लाइफ के शोक पूरा करने हेतु पैसों की सख्त आवश्यकता होने के कारण गैंग सरगना राजकुमार मीणा द्वारा उक्त लूट की वारदात के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। आरोपीगण स्थानीय होने चलते सभी मार्गों से भली भांति परिचित होने के कारण बीसलपुर की सुनसान रोड को उक्त वारदात करने के लिए चिन्हित कर अपनी कार से बीसलपुर पहुंचकर किसी राहगीर का इंतजार करने लगे कुछ समय बाद ही पीड़ित जितेंद्र पाराशर अपनी बाइक से बीसलपुर होते हुए अपने घर राजमहल जा रहा था तभी कार सवारों ने योजना अनुसार कार द्वारा पीछे से बाइक को टक्कर मार कर उक्त घटना को अंजाम दे दिया। जहां करीब 2 घंटे तक आरोपियों ने पीड़ित जितेंद्र के साथ बुरी तरह से मारपीट कर लहूलुहान हालत में बाहरला पोलिया के चौराहे पर पटक कर चले गए जहां घायल द्वारा बड़ी हिम्मत दिखाते हुए नजदीक गांव में जाकर मदद मांगी तथा ग्रामीणों ने घटना की पुलिस को सूचना दी गई। गैंग के सरगना राजकुमार और पिंटू मीणा अपने साथियों के साथ पूर्व में भी अपहरण कर फिरौती मांगने जैसी बड़ी वारदातों को बड़े शातिराना तरीके से अंजाम दे चुके है।

किस प्रकार की कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त घटनास्थल का निरीक्षण कर गठित टीमों को दिशा निर्देश प्रदान किए गए वारदात की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल टीम द्वारा उक्त अपहरण की वारदात का खुलासा करने के लिए घटना से संबंधित जानकारियां जुटा तरीका वारदात, सीसीटीवी फुटेज व टेक्निकल तथ्यों के आधार पर टोडा, देवली, उनियारा, टोंक, जहाजपुर, केकड़ी, सावर व सरवाड़ आदि नजदीकी जगह पर अपराधिक प्रवृत्ति के करीब 300 से 400 व्यक्तियों पर घटना के दिन के बाद की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी गई इनमें से काफी लोगों को थाना देवली, केकड़ी, सरवाड़, सावर पर लाकर पूछताछ भी की गई पूर्व के चालानसुधा व संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर अपराधियों की गहनता से तलाश की गई।

वहीं शंका के दायरे में आये लोगों से पूछताछ के दौरान दिलखुश गुर्जर निवासी बनेठा, राजकुमार उर्फ पिंटू निवासी श्रीनगर थाना नगरफोर्ट जिला टोंक, गोवर्धन उर्फ गोधा से तकनीकी मनोवैज्ञानिक रूप से गहन पूछताछ की गई तो उक्त आरोपीयो द्वारा अपहरण कर लूट की वारदात को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया गया। जिनको बापर्दा गिरफ्तार किया गया है आरोपी गण के साथ घटना में संलिप्त अन्य अपराधी व दूसरी वारदातों के संबंध में गहनता से पूछताछ जारी है। आरोपी गणों से घटना में लूटी गई नगदी व अन्य सामान तथा घटना में प्रयुक्त वाहन व हथियार आदि की बरामदगी के प्रयास जारी है। शेष मुलजिम रमेश पुत्र संपत मीणा निवासी श्रीनगर रानीपुरा बिलासपुर थाना नगरफोर्ट जिला टोंक की तलाश जारी है।

पुलिस द्वारा गठित टीमों में शामिल पुलिसकर्मी
उक्त घटना में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा बनाई गई टीम में देवली थाने से थानाधिकारी राजकुमार नायक, जगदीश, हुकुम नाथ, साइबर सेल टोंक से राजेश, घाड़ थाने से शंकर लाल एवं नासिरदा थाने से दिनेश व राम सिंह शामिल रहे।

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पुलिस उपाधीक्षक का रहा विशेष सहयोग
उक्त मामले को लेकर देवली पुलिस उपाधीक्षक राम सिंह जाट का विशेष सहयोग रहा है। घटना के दिन से आरोपियों की धरपकड़ तक राम सिंह जाट ने इस केस को लेकर विशेष दिलचस्पी दिखाई है। इसी का परिणाम है कि इस घटना में लिप्त आरोपी आज पुलिस हिरासत में देखे जा रहे हैं। उल्लेखनीय की इस घटनाक्रम में राम सिंह जाट पीड़ित को घटनास्थल से लाने व अस्पताल में दाखिल कराने तक साथ ही मौजूद रहे थे 2 दिन पूर्व ही सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों ने पुलिस उपाधीक्षक राम सिंह जाट को ज्ञापन सौंपते हुए निवेदन किया था जिस पर उन्होंने जल्द ही कार्रवाई का भरोसा दिलाया था जिस पर वह खरे भी उतरे और आज दो दिन बाद उक्त घटना में लिफ्ट आरोपी पुलिस की हिरासत में है। इस त्वरित कार्रवाई के लिए सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों ने पुलिस उपाधीक्षक का धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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