कोटा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) कोटा की टीम ने कैथून में कार्यवाही करते हुए कैथून थाने के कांस्टेबल को 3 लाख रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। कार्यवाही के दौरान थाना परिसर में मौजूद SHO एसीबी की कार्यवाही की भनक लगते ही मौके से फरार हो गया। कांस्टेबल भरत राम जाट जमीन विवाद के एक मामले में कब्जा दिलाने की एवज में परिवादी से SHO के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। कोटा एसीबी की टीम ने शिकायत पर ट्रेप कार्यवाही को अंजाम दिया। एसीबी टीम एसएचओ के आवास पर सर्चं कर रही है। तलाशी के दौरान भारत में निर्मित विदेशी शराब (Foreign liquor made in india) की करीब 20 बोतलें मिली है। फिलहाल, कार्यवाही जारी है।
एसीबी के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि पारिवादी ने कैथून में कुछ समय पहले जमीन खरीदी थी जिसकी रजिस्ट्री करवा ली और नामांतरण भी खुल गया था। लेकिन जमीन मालिक कब्जा नहीं छोड़ रहा था। उल्टा जमीन पर कब्जा नहीं करवाने की शिकायत थाने में दी थी, इसी जमीन का कब्जा दिलवाने की एवज में कैथून SHO परिवादी से रिश्वत की डिमांड कर रहा था। परिवादी रिश्वत नहीं देना चाहता था। इसपर शुक्रवार को परिवादी ने एसीबी चौकी में शिकायत दी, इसके बाद शिकायत का सत्यापन करवाया गया जिसमें रिश्वत मांगने की पुष्टी हुई, जिसके बाद शनिवार को एसीबी की टीम ने ट्रेप कार्यवाही को अंजाम दिया।
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कैथून थाना परिसर में स्थित आवासीय क्वार्टर में कांस्टेबल भरत कुमार जाट ने परिवादी से 3 लाख रुपए की रिश्वत ली। इधर, पहले से तैयार एसीबी टीम ने इशारा मिलते ही कांस्टेबल को धर दबोच लिया। ट्रेप कार्यवाही की भनक लगते ही एसएचओ धनराज मीणा मौके से फरार हो गया। जिसकी तलाश जारी है। कैथून थाने के SHO धनराज मीणा कांस्टेबल भारत कुमार जाट के जरिए परिवादी से 3 लाख रूपये रिश्वत की डिमांड कर परेशान कर रहा था।