राजस्थान के जोधपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां एक टीचर की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर 15 साल की एक नाबालिग छात्रा ने आत्महत्या कर ली (Minor student committed suicide)। यह घटना जोधपुर कमिश्नरेट क्षेत्र की है, जहां राजीव गांधी नगर पुलिस थाना मामले की जांच कर रही है। परिजनों द्वारा पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, आरोपी टीचर (Accused Teacher) छात्रा पर स्कूल के बाहर मिलने का दबाव डालता था। इसके अलावा, स्कूल की छुट्टी के बाद अन्य छात्रों के चले जाने के बाद उसे अकेले रोककर अश्लील हरकतें करता था। इस मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर छात्रा ने सल्फास की गोलियां खा लीं (Troubled by harassment, student consumes sulfa pills) और इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
छात्रा पर मिलने का दबाव और अश्लील इशारे करने के आरोप
मृतका के परिजनों ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उनकी बेटी एक निजी स्कूल में पढ़ाई कर रही थी। स्कूल का टीचर उसे लगातार परेशान करता था और कई बार अश्लील इशारे भी करता था। जब छात्रा ने इसका विरोध किया, तो आरोपी टीचर उस पर अकेले में मिलने के लिए दबाव डालने लगा। हर बार मना करने पर वह उसे धमकाता और जबरन रोकने की कोशिश करता था।
स्कूल की छुट्टी के समय आरोपी टीचर अपनी घिनौनी हरकतों को अंजाम देने की कोशिश करता। जब सारे बच्चे स्कूल से घर चले जाते, तो वह छात्रा को अकेले रोककर परेशान करता। परिजनों के अनुसार, बेटी ने कई बार टीचर से विनती की कि उसे इस तरह परेशान न किया जाए, लेकिन टीचर अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। लगातार बढ़ते मानसिक दबाव और भय के चलते छात्रा ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठा लिया।
परिजनों ने की थी स्कूल प्रशासन से शिकायत
परिजनों ने बताया कि उन्होंने इस घटना को लेकर पहले भी स्कूल प्रशासन से कई बार शिकायत की थी। उन्होंने टीचर की हरकतों के बारे में स्कूल संचालक को अवगत कराया, लेकिन इसके बावजूद आरोपी टीचर के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते स्कूल प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेता और उचित कार्रवाई करता, तो उनकी बेटी की जान बचाई जा सकती थी।
पांच दिसंबर को जब छात्रा ने सल्फास की गोलियां खा लीं, तबीयत बिगड़ने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन गंभीर हालत के चलते छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद परिजनों में गहरा आक्रोश है और उन्होंने स्कूल प्रशासन व आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इलाके में गुस्सा, स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
इस हृदयविदारक घटना के बाद इलाके के लोगों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रशासन और आरोपी टीचर के खिलाफ कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि आरोपी टीचर को तुरंत गिरफ्तार कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। लोगों का कहना है कि इस घटना ने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया है और अब वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डाला जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, आरोपी से हो रही पूछताछ
पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली है। राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने आरोपी टीचर और स्कूल प्रशासन के अन्य संबंधित लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, फिलहाल इस बात की भी जांच की जा रही है कि स्कूल प्रशासन ने पहले की गई शिकायतों पर क्या कदम उठाए थे। यदि स्कूल प्रशासन की लापरवाही सामने आती है, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों की मांग, दोषियों को मिले कड़ी सजा
मृतका के परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि उनकी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार आरोपी टीचर को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और बेटी ऐसी घिनौनी हरकतों का शिकार न हो। परिजनों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
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स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर एकजुट हो गए हैं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएं।