जैसलमेर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Discom) के जूनियर इंजीनियर (JEN) कबीरा राम को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में कबीरा राम के साथ उसका ड्राइवर त्रिपाल राम भी पकड़ा गया, जो उसका साला रिश्वत मामले में दलाली का काम कर रहा था।
रिश्वत के खेल का पर्दाफाश
शिकायतकर्ता शकूर खान ने ACB को शिकायत दी थी कि उनके सुपर स्पेशल कृषि कनेक्शन (Super Special Agricultural Connection) में ट्रांसफॉर्मर बदलने (change transformer) के लिए जेईएन कबीरा राम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। लंबी बातचीत के बाद यह राशि 30 हजार पर तय हुई। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जोधपुर एसीबी की टीम ने देवीकोट कस्बे में जाल बिछाया। जैसे ही रिश्वत की रकम कबीरा राम और उसके ड्राइवर त्रिपाल राम के हाथ में पहुंची, एसीबी ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
रिश्तेदारी में दलाली
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दलाल के रूप में काम करने वाला व्यक्ति जेईएन कबीरा राम (JEN KABIR RAM) का साला निकला। ड्राइवर त्रिपाल राम, जो लंबे समय से कबीरा राम के साथ था, रिश्वत के इस लेन-देन में उसकी मदद कर रहा था। दोनों आरोपियों को देवीकोट पुलिस चौकी में ले जाकर पूछताछ की जा रही है।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि रिश्वत की यह रकम ट्रांसफॉर्मर बदलने की प्रक्रिया में सुविधा देने के एवज में मांगी गई थी। यह मामला सरकारी कामकाज में भ्रष्टाचार के बढ़ते चलन को उजागर करता है। एसीबी ने इसे गंभीरता से लेते हुए जनता को जागरूक रहने और किसी भी अवैध मांग के खिलाफ आवाज उठाने का संदेश दिया है।
एसीबी की सख्त कार्रवाई
जोधपुर एसीबी की इस कार्रवाई का नेतृत्व इंस्पेक्टर पदमपाल सिंह भाटी ने किया। एसीबी ने यह सुनिश्चित किया कि रिश्वतखोरी के इस खेल में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त संदेश दिया जाए। एसीबी का कहना है कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर जनता को राहत देने का प्रयास किया जाएगा।
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दोनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, एसीबी की टीम ट्रांसफॉर्मर बदलने की प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की गहराई से जांच कर रही है। यह भी देखा जा रहा है कि इस मामले में और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं।