जयपुर। राजस्थान में जल्द ही पीने के पानी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। राज्य में अब तक पानी के बिलों पर दी जाने वाली छूट को समाप्त करने की योजना बन रही है। जलदाय विभाग (PHED) ने इस विषय में गंभीर चर्चा की है और संकेत दिए हैं कि पानी के बिलों पर दी जाने वाली छूट वापस ली जा सकती है।
क्या बदलेंगे पानी के बिल के रेट्स?
शहर और ग्रामीण इलाकों में 15,000 लीटर तक की मुफ्त पानी सुविधा को समाप्त करने पर विचार हो रहा है। अगर यह प्रस्ताव लागू हुआ, तो पानी के बिल में शामिल वाटर चार्ज (55 रुपये) और सीवरेज चार्ज (8.15 रुपये) का भार उपभोक्ताओं को उठाना पड़ेगा।
इस चर्चा के दौरान जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने बताया कि पिछली सरकार द्वारा दी गई यह छूट अब राजस्व हानि का कारण बन रही है। जल जीवन मिशन (JJM) के तहत पानी की नई दरें तय (New water rates decided) करने की प्रक्रिया जारी है।
ग्रामीण इलाकों में नई नीति पर विचार
हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के बिलों की नई दरें अभी तय नहीं हो पाई हैं। JJM O-M नीति पर चर्चा जारी है और इसे अंतिम रूप देने में थोड़ा और समय लग सकता है। जलदाय विभाग (water supply department) का कहना है कि इस नीति को लागू करने से पहले ग्रामीण इलाकों के सरपंचों और संबंधित अधिकारियों से सुझाव लिए जाएंगे।
कनेक्शन पर अतिरिक्त शुल्क की तैयारी
पानी के हर कनेक्शन पर अब 300 रुपये तक का शुल्क वसूला जा सकता है। इसके अलावा, पिछली गहलोत सरकार द्वारा दिए गए 10% पब्लिक कॉन्ट्रिब्यूशन की छूट को भी खत्म किया जाएगा। विभाग का कहना है कि इस छूट को हटाने से जलदाय विभाग की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
ग्रामीण पेयजल सप्लाई कमेटी का गठन
जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण पेयजल सप्लाई कमेटी का गठन (Formation of Rural Drinking Water Supply Committee) किया जाएगा। जिन गांवों में जल जीवन मिशन के काम पूरे हो चुके हैं, वहां पानी के बिलों की वसूली और ट्यूबवेल के बिजली बिल का प्रबंधन यह कमेटी करेगी। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर जल प्रबंधन को अधिक संगठित और प्रभावी बनाना है।
बैठक में शामिल हुए बड़े अधिकारी
इस महत्वपूर्ण चर्चा में जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, प्रमुख सचिव भास्कर ए सावंत, जेजेएम एमडी कमर उल चौधरी, पंचायतीराज सचिव जोगाराम, और अन्य आला अधिकारी मौजूद रहे। चर्चा के दौरान ग्रामीण और शहरी इलाकों की जल आपूर्ति समस्याओं पर गहन विचार किया गया।
पानी के महंगे होने से बढ़ेगी जनता की चिंता
राजस्थान के लोगों के लिए पानी का महंगा होना निश्चित ही चिंता का विषय बन सकता है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां जल संकट पहले से ही गंभीर मुद्दा है, वहां इस कदम का सीधा प्रभाव देखने को मिलेगा।