in ,

कांग्रेस विधायक शर्मा बोले- 7-7 हजार में बिक रहे 6 दिन के बच्चे, विधानसभा में मंत्री के जवाब से मचा हंगामा

राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को दो ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए जो सभी का ध्यान आकर्षित कर गए। पहला मुद्दा राज्य में भजनलाल सरकार के गठन के बाद महिला उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि का था, जिस पर मंत्री का जवाब सुनकर सभी चौंक गए। दूसरा मुद्दा आदिवासी क्षेत्रों में बच्चों की खरीद-फरोख्त से संबंधित था, जिस पर मंत्री का जवाब आने के बाद हंगामा (Uproar after minister’s reply) मच गया।

महिला उत्पीड़न के अपराधों को रोकने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए?
दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा (Congress MLA Indira Meena) ने बामनवास विधानसभा क्षेत्र से पहला मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार से पूछा कि पिछले छह महीनों में राजस्थान में महिला उत्पीड़न के कितने मामले दर्ज हुए और इन अपराधों को रोकने के लिए भजनलाल सरकार ने क्या कदम उठाए हैं? इसपर चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2024 तक प्रदेश में महिला उत्पीड़न के कुल 20,776 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें सबसे अधिक 881 मामले अलवर में और भरतपुर दूसरे स्थान पर रहा। इस दौरान मंत्री ने महिला अपराधों को रोकने के लिए कांग्रेस सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया, जिसके बाद सदन में काफी हंगामा हुआ।

बच्चों की खरीद-फरोख्त का मुद्दा भी उठाया
दूसरा मुद्दा शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा (Congress MLA Harimohan Sharma) ने बूंदी सीट से उठाया। उन्होंने बताया कि आदिवासी क्षेत्र में दलाल सक्रिय हैं जो बच्चों की खरीद-फरोख्त जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। ये दलाल गर्भ में पल रहे बच्चों का भी सौदा कर रहे हैं। छह दिन की बेटियों को सात हजार रुपये में बेचा गया है और 20 बच्चों को 40 से 50 हजार रुपये में बेचा गया है। यह सब उन पांच आदिवासी गांवों में हो रहा है जो एक मंत्री महोदय के विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं। पुलिस और अधिकारी इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?

यह भी पढ़े :  कोर्ट में बहस करने से रोका, तो नाराज वकील ने दूसरे अधिवक्ता का होंठ चबाकर कर दिया अलग

समाज की जागरूकता आवश्यक – खींवसर
इस सवाल का जवाब देते हुए भाजपा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर (Minister Gajendra Singh Khinvsar) ने कहा कि बच्चों की खरीद-फरोख्त की घटनाएं बेहद दुखद हैं, लेकिन जब मां-बाप ही बच्चों को बेचने लगें तो कोई क्या कर सकता है? अब तक कुल सात मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से छह मामले 2023 में और एक मामला 2024 में दर्ज हुआ है। इस समस्या के समाधान के लिए समाज की जागरूकता आवश्यक है। हमारी पुलिस पूरी तरह सतर्क है। इस जवाब के बाद सदन में हंगामा मच गया और नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि क्या आपके मंत्री इसलिए कह रहे थे कि ज्यादा बच्चे पैदा करो?

सिटी न्यूज़ राजस्थान चैनल को फॉलो करें।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

कोटा: चड्डी बनियान में बाइक चोरी, आसानी से लॉक तोड़ा और हो गए फरार, वीडियो वायरल

अघोषित विधुत कटौती के विरोध अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर कांग्रेस का प्रदर्शन