टोंक, (चेतन वर्मा) । राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से साल 2022 में हुए सीनियर टीचर एग्जाम (senior teacher exam) में टोंक शहर के परीक्षा सेंटर पर फर्जी कैंडिडेट को परीक्षा दिलाने के आरोपी रामलाल मीणा को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को इसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। आरोपी ने पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी बनकर सब इंस्पेक्टर बनाने वाले इसके गांव के ही हनुमान मीणा ने ही उसकी जगह डमी कैंडिडेट परीक्षा में बैठाया था। हनुमान मीणा पर 50 हजार का इनाम है और SOG उसकी तलाश कर रही है। गौरतलब है कि इस मामले का खुलासा आरपीएससी अजमेर में दस्तावेज की अंतिम जांच में सामने आया।
इस मामले की जांच महिला अपराध अनुसंधान सेल में एएसपी गीता चौधरी को सौंपी गई है। गीता ने बताया कि सीनियर टीचर (संस्कृत शिक्षा विभाग) भर्ती परीक्षा 2022 के लिए आरोपी उनियारा थाना क्षेत्र के बिलोता निवासी अभ्यर्थी रामलाल मीणा ने सामाजिक विज्ञान में अॉनलाइन आवेदन किया था। आयोग ने 12 फरवरी 2023 को सामान्य ज्ञान और 13 फरवरी को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा आयोजित की। आरोपी रामलाल का सेंटर टोंक के सुभाष बाजार में राजकीय दरबार सीनियर सेकेंडरी स्कूल में था।
दो लाख दिए थे हनुमान को डमी कैंडिडेट बिठाने के
जांच अधिकारी गीता चौधरी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने इस मामले में सब इंस्पेक्टर परीक्षा में चेतन मीणा की जगह डमी कैंडिडेट बैठकर परीक्षा देने वाले इसी के गांव के हनुमान मीणा से संपर्क किया था। आरोपी ने खुद की टीचर भर्ती परीक्षा में भी डमी कैंडिडेट बिठाने के लिए हनुमान मीणा को 2 लाख रुपए दिए थे। अभी यह सामने नहीं आया कि उसकी जगह कौन बैठा। यह जांच में सामने आएगा।
परीक्षा देते समय पकड़ में नहीं आया
आरोपी रामलाल मीणा ने फ़र्जी तरीके से अपनी जगह किसी दूसरे इंटेलिजेंस युवक को परीक्षा में बिठवाया था। वह इसमें सफल भी रहा। ताज्जुब की बात यह रही कि परीक्षा देते समय परीक्षा प्रवेश पत्र में लगा अभ्यर्थी का फोटो का मिलान किया जाता है, लेकिन यहां भी चूक हो गई। यहां वह पकड़ में नहीं आया।
RPSC में दस्तावेज जांचने के दौरान पता चला
यह पूरा फर्जीवाड़े का मामला 15 मई को RPSC में दस्तावेज जांचने के दौरान सामने आया। जहां यह सामने आया कि रामलाल मीणा की एग्जाम सेंटर पर अंटेडेंस सीट में लगी फोटो और एप्लीकेशन फॉर्म पर लगी फोटो अलग-अलग थी। इससे साबित हुआ कि रामलाल ने परीक्षा किसी और से दिलवाई थी। इसके बाद 15 मई शाम को RPSC की ओर से अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने अजमेर थानें में मामला दर्ज करवाया। जहां सिविल लाइन पुलिस ने जीरो नंबर एफआईआर दर्ज कर टोंक एसपी को भेजी। यह रिपोर्ट बुधवार को देर रात ही आ गई थी। उसी रात को कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गुरुवार रात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया जहां से इसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है।
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कोटा कलेक्ट्रेट में एलडीसी है हनुमान मीणा
हनुमान मीणा कोटा कलेक्ट्रेट में एलडीसी है। वह टीचर भर्ती परीक्षा 2022 में भी कोटा में गिरफ्तार हो चुका है। उसके बाद उसने कुछ माह पहले सब इंस्पेक्टर में चयनित हुए चेतन मीणा को सब इंस्पेक्टर बनवा दिया था। लेकिन यह सब फर्जीवाड़ा SOG ने पकड़ लिया। तब से हनुमान मीणा फरार है। उस पर 50 हजार का इनाम भी है। अब रामलाल मीणा वाले केस में भी प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि फरार हनुमान मीणा रामलाल मीणा से दो लाख रुपए लेकर डमी कैंडिडेट परीक्षा में टोंक परीक्षा सेंटर में बिठाया है।