बूंदी। अदालत परिसर से 7 साल पूर्व चोरी हुई नोटेरी की सील मोहरे को चुराने के मामले (Case of stealing notary’s seal piece) में पकड़े गए आरोपी को न्यायालय में सोमवार को पीसी अवधी पुर्ण होने पर पेश किया गया, जहां से उसे फिर एक दिन के पीसी रिमांड पर लिया गया है। बतादे, अभिभाषक परिषद अध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा के थडे से 18 मार्च 2017 को करीब 7 साल पहले उनकी नोटेरी की सील मोहरे व टिकट अज्ञात व्यक्ति चुरा कर ले गया था। जिसकी कोतवाली में रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी थी। एडवोकेट अदालत परिसर सहित उनके ऑफिस में नोटेरी किया करते थे।
शुक्रवार को अचानक शर्मा को किसी से सूचना मिली कि उनकी चुराई हुई नोटरी की मोहरों से कोई उनका दुरुपयोग कर रहा है। इसपर 3 मई 24 को शाम करीब 4.45 बजे हेमराज मीणा के तख्ते पर एडवोकेट महेश शर्मा, संजय शर्मा के साथ पहुंचकर एवं बैग कि तलाशी ली तो बैग में काली थैली में मोहरे एवं अन्य मोहरे मिली थी। आरोपी बनवारी प्रजापत पुत्र कान्ता कुम्हार निवासी जावटी खुर्द के पास बैग मिली। पुछताछ करने पर सभी ई-मित्र एवं अन्य जगह पर नोटेरी करना बताया। अभियुक्त द्वारा फर्जी हस्ताक्षर करके नोटेरी बताया।
आरोपी के पास से 3 नोटेरी मोहर, एक गोल, एक अटेस्टेड एवं एक वरिष्ठ चिकित्साधिकारी पं. वृजसुन्दर शर्मा सामान्य चिकित्सालय बून्दी कि मोहर थी। जिसे मोहर सहित कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। जांच अधिकारी एसआई सुनील त्यागी ने बताया कि आरोपी बनवारी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को आरोपी न्यायायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जिसे दो दिन के पीसी रिमांड पर भेजा था।
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रिमांड अवधी पुर्ण होने पर सोमवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया। पुलिस ने दो दिन के रिमांड की मांग की। न्यायालय ने एक दिन का रिमांड दिया है। पुलिस युवक से अब तक कहां-कहां नोटेरी का इस्तेमाल किया गया, और कौन लोग शामिल है उस बारे में पूछताछ कर रही है।