लोकसभा चुनावों को लेकर राजस्थान में भाजपा ने अपनी दूसरी सूची में टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट (Tonk-Sawai Madhopur Lok Sabha seat) से लगातार तीसरी बार गुर्जर नेता सुखबीर सिंह जौनापुरिया (Sukhbir Singh Jaunapuriya) को चुनाव मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला कांग्रेस के देवली-उनियारा से विधायक हरीश चंद्र मीणा (Deoli-Uniara MLA Harish Chandra Meena) से होगा। टिकिट पाकर तीसरे चुनाव में अपनी संभावनाओं पर जौनापुरिया ने कहा कि इस बार हम ढाई लाख वोटों से टोंक सवाई माधोपुर सीट से चुनाव जीतेंगे।
21 लाख से ज्यादा मतदाताओं वाली टोंक- सवाई माधोपुर जिलों की चार-चार विधानसभा सीट को मिलाकर कुल आठ विधानसभा सीटों वाले टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने लगातार तीसरी बार सुखबीर सिंह जौनापुरिया को चुनाव मैदान में उतारा है। टिकिट मिलने के बाद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने कहा कि पिछले दो चुनावो से बड़ी जीत हम हासिल करेंगे और इस बार ढाई लाख वोटों से हम इस सीट पर जीतेंगे।
2014 और 2019 में बड़ी जीत दर्ज हैं जौनापुरिया के नाम
टोंक-सवाई माधोपुर सीट से सुखबीर सिंह जौनापुरिया पिछले 10 सालों से सांसद है जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ओर कांग्रेस के प्रत्याशी को डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हराया था, तो वही इस सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री नमोनारायण मीणा को 1 लाख 11 हजार से अधिक वोटो से हराया था।
गुर्जर बनाम मीणा
इस सीट पर मीणा मतदाताओं की तादाद करीब 3 लाख 25 हजार है, वहीं गुर्जर मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख 80 हजार है। इस लिए दोनों राजनीतिक दल जातीय समीकरणों को ध्यान में रख कर ही टिकट देते हैं। 2014 का लोकसभा चुनाव छोड़ दें तो कांग्रेस पार्टी यहां से मीणा प्रत्याशी उतारती रही है। वहीं पिछले 3 चुनाव में भाजपा ने गुर्जर प्रत्याशी पर दांव खेला है, जिसमें उसे दो बार जीत मिली है। इस बार का चुनाव भी गुर्जर बनाम मीणा होने की संभावना है।
यह भी पढ़े: सुनील शर्मा का जयपुर शहर से चुनाव नहीं लड़ने का बड़ा फैसला, कांग्रेस ने खाचरियावास को बनाया प्रत्याशी
जातिगत वोटर्स
वही इस क्षेत्र के जातिगत वोटर्स की बात की जाए तो इस क्षेत्र में एसटी के 3 लाख 25 हजार लगभग मतदाता है। वहीं गुर्जर मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख 80 हजार है तो मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख 15 हजार है। वहीं सबसे ज्यादा मतदाता है। एससी के वोटो की संख्या लगभग 4 लाख 40 हजार है। वहीं जाट मतदाताओं की संख्या 1 लाख 50 हजार है। वहीं ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या भी लगभग 1 लाख 50 हजार है। वहीं राजपूत मतदाताओं की संख्या लगभग 65 हजार के करीब है तो क्षेत्र में माली मतदाताओं की संख्या भी 1 लाख 35 हजार के करीब है। वहीं यहां ओबीसी की छोटी जातियों के वोटों की संख्या भी लगभग 2 लाख 75 हजार के करीब है।